भारत की पहली रैपिड रेल का लुक जारी…जानिए ट्रेन की रफ्तार व खासियतें

भारत की पब्लिक ट्रांसपोर्ट का स्वंरूप अब बदल रहा है। इसी कड़ी में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यानि आरआरटीएस ट्रेन का पहला लुक आज 25 सितंबर को देश की जनता के सामने आया है।

आरआरटीएस ट्रेन के प्रथम लुक का अनावरण
आरआरटीएस ट्रेन के पहले लुक को देखकर आप खुश हो जाएंगे। 180 किलोमीटर की रफ्तार से हवा में बातें करने वाली मेट्रो और बुलेट ट्रेनों जैसी सुविधा लिए आपकी रैपिड रेल आपके सामने है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने आज भारत की पहली रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) ट्रेन के प्रथम लुक का अनावरण किया। इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी परिवहन निगम यानि एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह और एनसीआरटीसी के बोर्ड के सदस्य भी मौजूद थे। इस मौके पर केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय, एनसीआरटीसी और बॉम्बार्डियर के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

स्टेनलेस स्टील से बनी ये एयरोडायनेमिक ट्रेन
180 किलोमीटर प्रति घंटे की डिजाइन स्पीड वाली आरआरटीएस ट्रेन भारत में अपने प्रकार की पहली आधुनिक प्रणाली वाली ट्रेन है। स्टेनलेस स्टील से बनी ये एयरोडायनेमिक ट्रेनें हल्के होने के साथ-साथ पूरी तरह से वातानुकूलित होंगी। प्रत्येक कोच में प्रवेश और निकास के लिए ‘प्लग-इन’ प्रकार के 6 (दोनों तरफ 3-3) स्वचालित दरवाजे होंगे, जबकि बिजनेस क्लास कोच में ऐसे 4 (दोनों तरफ 2-22) दरवाजे होंगे।

प्रत्येक रैपिड ट्रेन में एक बिजनेस क्लास कोच
सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक रैपिड ट्रेन में एक बिजनेस क्लास कोच होगा। बिजनेस क्लास कोच के अंदर फूड डिस्पेंडिंग मशीन भी लगी होगी। आरआरटीएस ट्रेनों में 2×2 ट्रांसवर्स आरामदायक सीटें, यात्रियों के पैर रखने के लिए पर्याप्त जगह, खड़े होकर यात्रा कर रहे लोगों के आरामदायक सफर के लिए दोनों तरफ की सीटों के बीच में पर्याप्त जगह, सामान रखने का रैक, मोबाइल/लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट, वाई-फाई और अन्य यात्री-केंद्रित सुविधाएं भी होंगी।

दिल्ली के लोटस टेंपल से प्रेरित है आरआरटीएस ट्रेन
आरआरटीएस ट्रेनों का डिजाइन नई दिल्ली के प्रतिष्ठित लोटस टेंपल से प्रेरित है। लोटस टेंपल एक ऊर्जा-कुशल इमारत का प्रतीक है, क्योंकि इसका डिजाइन प्रकाश और वायु के प्राकृतिक प्रवाह को बनाए रखता है, इसी तरह आरआरटीएस ट्रेन में भी ऐसी प्रकाश और तापमान नियंत्रण प्रणाली होगी जो ऊर्जा के कम खपत के बावजूद यात्रियों को आरामदायक अनुभव देगी। आधुनिक सुविधाओं से लैस आरआरटीएस ट्रेन नए युग की तकनीक और भारत की समृद्ध विरासत का एक अनूठा मेल होगा।

इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य 2025 तक
ध्यान रहे कि दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली भारत की पहली रैपिड रेल दुनिया की सबसे आधुनिक तकनीक से बनाई गई है। यह रेल लाइन दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए मेरठ तक जाएगी। रैपिड रेल से दिल्ली से मेरठ तक का सफर एक घंटे में पूरा हो सकेगा, इस प्रोजेक्ट को साल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके लिए केंद्र सरकार को एशियन डेवलपमेंट बैंक से अधिकांश राशि कर्ज के तौर पर मिल रही है।

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