देश की राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज Delhi@2047 विजन को लॉन्च किया। इस मौके पर सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय को सिंगापुर के स्तर तक बढ़ाएंगे।
केजरीवाल ने लॉन्च किया Delhi@2047 विजन
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज 3 अगस्त को अपने महत्वकांक्षी विजन Delhi@2047 को लॉन्च किया। एक वर्चुअल मीटिंग के जरिए अरविंद केजरीवाल ने इस विजन की शुरुआत की। ध्यान रहे कि इस वर्ष मार्च में जब दिल्ली सरकार ने विधानसभा में अपना बजट पेश किया था तो उस बजट में Delhi@2047 विजन की एक छोटी सी रूपरेखा सरकार ने रखी थी, अब दिल्ली सरकार ने इसकी शुरुआत कर दी है।
सिंगापुर के बराबर होगी दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय
इस विजन को लेकर केजरीवाल ने कहा कि ये विजन एक मंच साबित होगा सीएसआर और अन्य परोपकारी संगठनों के साथ साझेदारी करने का। उन्होंने कहा कि साल 2047 में जब देश आजादी के 100 साल पूरे करेगा तो उस वक्त दिल्ली का स्थान कहां होना चाहिए तो उस विजन का जिक्र दिल्ली@2047 में किया गया है। केजरीवाल ने कहा कि इस विजन के तहत हम दिल्ली में प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाकर सिंगापुर के स्तर के बराबर करेंगे, साथ ही हम दिल्ली को उस स्तर पर ले जाना चाहते हैं, जहां हम साल 2048 में होने वाले ओलंपिक खेलो के आयोजन के लिए दावेदारी पेश कर सकें।
दिल्ली को ग्लोबल सिटी बनाएंगे- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव से पहले हम दिल्ली में 24 घंटे पानी की सप्लाई पर काम कर रहे हैं। केजरीवाल ने इस दौरान कहा कि 2047 तक हमें देश की राजधानी दिल्ली को ग्लोबल सिटी के रूप में विकसित करना है, 2047 तक हमें दिल्ली को सभी समस्याओं से मुक्त करना है। उन्होंने कहा कि हमने बजट सत्र में कहा था हम दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सिंगापुर की प्रति व्यक्ति आय तक लेकर जाएंगे, ये भी कहा था कि हम 2048 ओलंपिक के लिए बोली लगाएंगे, लेकिन ये ऐसे लक्ष्य हैं जिन्हें एकदम से नहीं हासिल किया जा सकता है, इनमें लंबा समय लगेगा।
दिल्ली में कई क्षेत्रों में बेहतर काम हुआ है- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ने पिछले 5 सालों में कुछ सेक्टरों में अच्छे प्रयास किए हैं, जैसे कि शिक्षा और बिजली। उन्होंने कहा कि दिल्ली ने शिक्षा के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं, इसके अलावा दिल्ली में 24×7 बिजली की आपूर्ति है, 100 से अधिक डोर सर्विस हैं, हालांकि अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।