
दिल्ली दंगे के आरोपी आप के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन से प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी की टीम पूछताछ करेगी। दिल्ली की एक अदालत ने आज ताहिर हुसैन को छह दिन की ईडी की रिमांड पर दिया है। ईडी ने ताहिर हुसैन को मनी लॉन्ड्रिंग समेत के अन्य धोखाधड़ी मामले में आरोपी बनाया है।
ताहिर हुसैन से ईडी करेगी पूछताछ
दिल्ली दंगे के आरोपी आप के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन से प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी की टीम पूछताछ करेगी। दिल्ली की एक अदालत ने आज ताहिर हुसैन को छह दिन की ईडी की रिमांड पर दिया है। ईडी ने ताहिर हुसैन को मनी लॉन्ड्रिंग समेत के अन्य धोखाधड़ी मामले में आरोपी बनाया है। दरअसल, इसी साल फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन और उससे जुड़े कुछ अन्य लोगों के दिल्ली व नोएडा स्थित ठिकानों पर ईडी की टीम ने जून महीने में छापेमारी की थी। इस दौरान दिल्ली में चार और नोएडा में दो स्थानों पर करीब 15 घंटे तक कार्रवाई चली थी, छापेमारी में ईडी ने ताहिर हुसैन व उससे जुड़े लोगों के कई अहम दस्तावेज हासिल किए थे।
ताहिर ने बांटे थे 1 करोड़ 16 लाख रुपए
दिल्ली दंगों की जांच के दौरान दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि ताहिर हुसैन को कई संगठनों से दंगाइयों को बांटने के लिए मोटी रकम मिली थी, इससे करीब डेढ़ महीने पहले ही ईडी ने ताहिर हुसैन व अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज किया था। आरोप है कि ताहिर हुसैन ने फर्जी कंपनियों के जरिए करीब 1 करोड़ 16 लाख रुपए सीएए विरोधी प्रदर्शनों और दंगों के लिए वितरित किए थे। यही नहीं जांच में ताहिर हुसैन और उसके कई सहयोगियों को भी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की गहरी साजिश में शामिल पाया गया था।
ताहिर दो दशक पहले मजदूरी करने आया था दिल्ली
ईडी यह पता लगा रही है कि ताहिर हुसैन को दिल्ली दंगे के लिए कहां-कहां से पैसा आया था। उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी ताहिर हुसैन दो दशक पहले मजदूरी करने दिल्ली आया था, तब से दिल्ली के करावल नगर में ही परिवार के साथ रह रहा है। ताहिर हुसैन ने खूब तरक्की की और अभी वह कई फैक्ट्री का मालिक है, आर्थिक स्थिति ठीक होने पर अमरोहा से उसके पिता कल्लन सैफी भी परिवार के साथ दिल्ली में बेटे के पास पहुंच गए थे। ताहिर हुसैन का भाई गांव में स्कूल चलाता है। ताहिर हुसैन वर्ष 2017 में पहली बार चुनाव लड़ा था और आम आदमी पार्टी से पार्षद चुना गया था। ध्यान रहे कि कल यानि 27 अगस्त को ही ताहिर हुसैन की निगम पार्षद की सदस्यता खत्म हो गई थी।