दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने आज 5 नवंबर को एक अहम फैसला लिया है। दिल्ली सरकार ने दिल्ली में पटाखे जलाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
दिल्ली में ग्रीन क्रैकर्स पर भी बैन
दिल्ली सरकार ने ग्रीन क्रैकर्स को भी बैन कर दिया है। ध्यान रहे कि इससे पहले ग्रीन क्रैकर्स को जलाने की अनुमति दी गई थी। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और लगातार बढ़ते कोरोना को लेकर दिल्ली सरकार ने आज बैठक बुलाई थी, इसमें स्वास्थ्य अधिकारी और सभी डीएम भी उपस्थित थे। आज बैठक में सबसे महत्वपूर्ण फैसला पटाखों को लेकर लिया गया तथा दिल्ली में टारगेट टेस्टिंग भी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। दिल्ली में त्योहारों के कारण भीड़ और प्रदूषण के चलते कोरोना वायरस का खतरा बढ़ रहा है।
दिल्ली गैस चैंबर में तब्दील
दिल्ली इस वक्त दोहरे खतरे से गुजर रही है, दिल्ली के आसमान में छाए जहरीले धुएं ने दिल्ली को गैस चैंबर में तब्दील कर दिया है, खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर में विजिबिलिटी घट कर 500 मीटर रह गई है। आज दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर AQI लेवल 400-700 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली में आज सुबह से ही एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर पर रहा, ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 500 के पार चला गया है, ये हवा में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को दिखा रहा है। ध्यान रहे कि 0 से 50 के बीच AQI को अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बेहद खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।
केजरीवाल ने वायु प्रदूषण पर चिंता जताई
इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों से अपील की थी कि दिवाली पर आतिशबाजी ना करें, लेकिन अब उन्होंने कड़ा फैसला लेते हुए पटाखे जलाने पर रोक लगा दी है। केजरीवाल ने दिल्ली में वायु प्रदूषण पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि हम देख रहे हैं चारों तरफ आसमान धुएं से भरा हुआ है, इसकी वजह से कोरोना की स्थिति और खराब हो रही है, जिस तरह हमने पिछले वर्ष दीपावली पर पटाखे नहीं जलाने का संकल्प लिया था और दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में जुटकर खुशियां बांटी थीं, उसी तरह इस साल भी हम साथ मिलकर दिवाली मनाएंगे लेकिन पटाखे नहीं जलाएंगे।