
उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में आज 7 फरवरी को ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है। ग्लेशियर फटने से पानी के सैलाब से ऋषि गंगा डैम टूट गया है, पानी का सैलाब तेजी से नीचे की ओर बह रहा है।
जोशीमठ में ग्लेशियर फटा
जोशीमठ में ग्लेशियर फटने की घटना आज सुबह करीब 10.30 सामने आई। ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है तथा पानी तेजी से आगे बढ़ रहा है, आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी फैलने की आशंका है, लिहाजा आसपास के इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। एनडीआरएफ, आईटीबीपी तथा एसडीआरजी की कई टीमें घटना स्थल पर रवाना हो गई हैं। श्रीनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार, बद्रीनाथ तथा केदारनाथ में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
150 लोगों के बहने की आशंका
ग्लेशियर टूटने से तपोवन बैराज पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। ग्लेशियर टूटने से ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी नुकसान पहुंचा है। बताया जाता है कि ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले 150 लोग लापता हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
पीएम मोदी ने लिया जायदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की तथा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात कर हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके कहा कि उत्तराखंड में दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं, भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और देश सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा है, वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहा हूं तथा एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव और राहत कार्यों से संबंधित जानकारियां लगातार ले रहा हूं।
चमोली हादसे पर लगातार नजर बनाए हुए हैं शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चमोली हादसे पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। अमित शाह ने बताया कि एनडीआरएफ की कुछ और टीमें दिल्ली से एयरलिफ्ट करके उत्तराखंड भेजी जा रही हैं, हम वहां स्थिति को निरंतर मॉनिटर कर रहे हैं, उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के संबंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, डीजी एनडीआरएफ और डीजी आईटीबीपी से बात की, सभी संबंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं, देवभूमि को हर संभव मदद दी जाएगी।