
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर केवड़िया-साबरमती रिवरफ्रंट सी-प्लेन सेवा का उद्घाटन किया। यह भारत की पहली सी-प्लेन सेवा है।
मोदी ने केवड़िया में एकता क्रूज का उद्घाटन किया
देश की यह पहली सी-प्लेन सेवा रोजाना सैलानियों के लिए अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद के बीच उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने खुद सी-प्लेन के जरिए केवड़िया से अहमदाबाद तक का सफर किया। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने केवड़िया में एकता क्रूज का उद्घाटन किया, इसके बाद उन्होंने इस क्रूज पर सफर किया, प्रधानमंत्री मोदी ने इस क्रूज से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक यात्रा की। साबरमती रिवरफ्रंट से केवड़िया में मौजूद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक ये सी प्लेन सेवा शुरू हुई है।
मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में है सी-प्लेन प्रोजेक्ट
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी वर्ष 2017 गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन सी प्लेन की यात्रा करते नजर आए थे, तब उन्होंने साबरमती नदी से मेहसाणा जिले के धरोई बांध तक सी प्लेन का सफर किया था, काफी लोग इस बात के गवाह बने थे, लेकिन अब यही अनूठा सी प्लेन गुजरात में आम होगा। प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में सी-प्लेन प्रोजेक्ट की गिनती होती है, अब इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जोड़ दिया गया है, ये सी-प्लेन बीते दिन ही मालदीव से कोच्चि पहुंचा था।
सी-प्लेन स्पाइस शटल द्वारा संचालित होगी
इस सी-प्लेन की खासियत है कि यह पानी और जमीन दोनों जगहों से उड़ान भर सकता है, इसके साथ ही इसे पानी और जमीन दोनों जगह लैंड भी कराया जा सकता है। सी-प्लेन के उड़ान के लिए 300 मीटर के रनवे की जरूरत होगी और यह किसी भी जलाशय का हवाई-पट्टी के रूप में इस्तेमाल कर उड़ान भर सकता है। सी प्लेन में एक बार में 19 यात्री सफर कर सकेंगे। सी-प्लेन की उड़ानें स्पाइसजेट की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्पाइस शटल द्वारा संचालित की जाएंगी, शुरुआती तौर पर आज से अहमदाबाद-केवड़िया मार्ग पर दो दैनिक उड़ानें संचालित करेगा, लगभग 200 किलोमीटर की दूरी को सी-प्लेन के जरिए लगभग 40 मिनट में तय किया जा सकेगा। अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया और अहमदाबाद दोनों तरफ का कुल किराया 3000 रुपए तय किया गया है, एक तरफ का किराया 1500 रुपए रखा गया है।
मोदी ने सिविल सर्विस के अफसरों को संबोधित किया
सी-प्लेन सेवा को हरी झंडी दिखाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सिविल सर्विस के प्रोबेशनरी अफसरों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज देश जिस मोड में काम कर रहा है, उसमें आप सभी ब्यूरोक्रेट्स की भूमिका मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस की ही है, ये सुनिश्चित करना है कि नागरिकों के जीवन में आपका दखल कैसे कम हो, सामान्य मानवी का सशक्तिकरण कैसे हो। प्रधानमंत्री मोदी ने सलाह देते हुए कहा कि रूल और रोल का संतुलन जरूरी है और दिमाग में बाबू कभी मत आने दीजिए, सरकार शीर्ष से नहीं चलती है, नीतियां जिस जनता के लिए हैं, उनका समावेश बहुत जरूरी है।