
उत्तराखंड के खटीमा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक पुष्कर सिंह धामी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ 11 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली।
45 साल के पुष्कर सिंह धामी बने उत्तराखंड के सीएम
45 साल के पुष्कर सिंह धामी ने आज 4 जुलाई के शाम को उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। देहरादून स्थित उत्तराखंड राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही भाजपा के विधयाक सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, वंशीधर भगत, यशपाल आर्य, धन सिंह रावत व रेखा आर्य समेत 11 मंत्रियों ने शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान नारेबाजी का दौर भी खूब चला। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समर्थकों ने खूब नारे लगाए।
पुष्कर सिंह धामी UK के सबसे युवा सीएम बने हैं
पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में पिछली तीरथ सिंह रावत सरकार के सभी मंत्रियों को जगह मिली है। पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद पर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का स्थान लिया है, जिन्होंने 2 जुलाई को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 45 साल के पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने हैं। ध्यान रहे कि तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद उत्तराखंड में जारी सियासी घमासान के बाद भाजपा के तरफ से पुष्कर सिंह धामी को विधायक दल का नेता चुना गया था।
पुष्कर सिंह धामी की युवाओं में है बेहतर पकड़
पुष्कर सिंह धामी मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले हैं। पुष्कर सिंह धामी भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं, इसके साथ धामी को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का भी करीबी माना जाता है। ऊधमसिंहनगर जिले की खटीमा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे पुष्कर सिंह धामी लगातार दूसरी बार से विधायक हैं। भाजपा ने उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी को चुनकर एक युवा नेता पर भरोसा व्यक्त किया है, धामी की युवाओं में पकड़ बेहतर माना जाता है। सीएम धामी के सामने सबसे मुख्य चुनौती विधानसभा चुनाव 2022 में लगातार दूसरी बार भाजपा को जीत दिलाने की है।
बेरोजगारी के मुद्दों को लेकर प्रखर रहे हैं धामी
पुष्कर सिंह धामी बेरोजगारी के साथ ही विकास के मुद्दों को लेकर प्रखर रहे हैं। साल 2002 से 2008 के दौर में धामी पूरे प्रदेश में भ्रमण कर अनेक बेरोजगार युवाओं को संगठित कर विशाल रैलियां की थीं, तब की उत्तराखंड सरकार से प्रदेश के उद्योगों में युवाओं को 70 फीसदी आरक्षण दिलाने की घोषणा कराना धामी की बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।