महागठबंधन ने बिहार चुनाव में वोटिंग से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव को सीएम फेस और वीआईपी के मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम घोषित कर दिया है। महागठबंधन के सभी दलों के नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने सीएम फेस और डिप्टी सीएम फेस का ऐलान किया।
तेजस्वी महागठबंधन के सीएम फेस
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा राजद नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव होंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार बनी तो उप मुख्यमंत्री मुकेश सहनी होंगे। उप मुख्यमंत्री और भी लोग बनाए जाएंगे, जो पिछड़े समुदाय से होंगे। गहलोत ने कहा कि हमारा नेता तो तेजस्वी यादव हैं। एनडीए बताए कि उनका सीएम फेस कौन होगा। सिर्फ नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, कहने से नहीं चलेगा। महागठबंधन के सीएम फेस के ऐलान के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘मुझ पर फिर से भरोसा जताया है, सभी का दिल से धन्यवाद है। सबसे कहना चाहता हूं कि जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरेंगे। 20 साल पुरानी निकम्मी सरकार को उखाड़कर फेंकेंगे।’
महागठबंधन ने एकजुटता की बात कही
महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस 50 मिनट चली। इसमें राजद, कांग्रेस, वीआईपी समेत 7 दलों के 14 नेता शामिल हुए। इसमें सभी दलों के नेताओं को बोलने मौका दिया गया। सभी ने अपनी स्पीच में महागठबंधन में एकजुटता की बात कही। महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंच पर राजद की ओर से तेजस्वी यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, मनोज झा और संजय यादव मौजूद थे। वहीं, कांग्रेस से अशोक गहलोत, राजेश राम, कृष्णा अल्लावरू, पवन खेड़ा और अभय दुबे थे। सीपीआई (माले) से दीपंकर भट्टाचार्य, वीआईपी पार्टी से मुकेश साहनी, सीपीआई (एम) से ललन चौधरी, सीपीआई से रामनरेश पांडेय और ऑल इंडिया पान महासभा नेशनल से आईपी गुप्ता भी मंच पर मौजूद थे।
बिना घूस दिए कोई काम नहीं होता- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि जदयू के 20 साल राज करने के बाद, 11 साल मोदी के शासन के बाद बिहार सबसे गरीब है। बिहार में इंडस्ट्री नहीं है। बिहार से पलायन हो रहा है। प्रति व्यक्ति आय के मामले में बिहार फिसड्डी है। बिना घूस दिए यहां काम नहीं होता। जनप्रतिनिधियों की भी पूछ नहीं है। उन्होंने कहा कि विभाग मंत्री नहीं, अफसर चला रहे हैं। कई घोटाले हुए, लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। चूहे पुल गिरा दे रहे हैं। पटना की सड़कों पर गोलियां चल रही हैं, बिजनेसमैन की हत्या हो गई, कहीं कुछ नहीं हुआ। एनडीए ने अपना कोई एजेंडा, ब्लूप्रिंट या मैनिफेस्टो नहीं बताया कि वे आगे आने वाले सालों में क्या करेंगे। ये हमारी नकल करते हैं हमने पेंशन बढ़ाने बात की, तो ये पेंशन बढ़ा दिए, हमने नौकरी देने का कहा तो ये नौकरी देने की बात करने लगे, ये थके लोग हैं, ये हर हाल में कुर्सी पर बैठना चाहते हैं, न कि बिहार को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
नीतीश के साथ एनडीए में अन्याय हो रहा- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि जैसा कि गहलोत जी ने कहा कि नीतीश जी के साथ एनडीए में जो अन्याय हो रहा है, उन्हें सीएम फेस घोषित नहीं किया गया। वे लोग नीतीश जी को मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। ये अमित शाह जी एक बार नहीं, कई बार बोल चुके हैं। आखिर आप लोग मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान क्यों नहीं कर रहे। जदयू के कई नेता नीतीश जी की खराब सेहत का फायदा उठाकर भाजपा के लिए काम कर रहे हैं, अपनी पार्टी खत्म कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘हमारे बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, दीपांकर चौधरी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, मुकेश सहनी, कृष्णा अल्लावरू समेत महागठबंधन के कई साथी मौजूद हैं। हमसे ज्यादा आप लोगों को इंतजार था कि महागठबंधन का सीएम फेस कौन होगा। हमें बिहार बनाने का काम करना है, इसलिए एकजुट हुए हैं।’
देश के हालात गंभीर हैं- गहलोत
बिहार कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत ने कहा कि देश के हालात गंभीर हैं। लोग चिंतित हैं। किसी को नहीं पता कि देश किस दिशा जाएगा। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि देश कहां जाएगा। बिहार के चुनाव पर देशभर की नजर है। बेरोजगारी हो या अन्य कई मुद्दे हों, जैसा कि सब साथियों ने बताया, छात्र, युवा, किसान, चिंता रोजगार की है। लोग बदलाव चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है। डेमोक्रेसी का मुखौटा रह गया है। मैं क्या कहूं, आप लोग सब जानते हैं। भाजपा को लोकसभा चुनाव में 240 पर समेट दिया। तेजस्वी जी ने उस वक्त भी कमाल किया था। राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि हम संदेश देना चाहते हैं कि दो लोगों के बीच लड़ाई है। बिहार से देश में ये संदेश देने का काम होगा कि हम संविधान की रक्षा करने का काम करेंगे। हम एक हैं और एक रहेंगे। संविधान को कमजोर करने की साजिश एनडीए द्वारा की जा रही है, हम उसका जवाब देंगे।
बिहार का राष्ट्रीय संदर्भ है- भट्टाचार्य
सीपीआई (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार का राष्ट्रीय संदर्भ है। हम कहना चाहते हैं कि देश के संविधान की रक्षा करने के लिए बिहार तैयार है। वोट चोर गद्दी छोड़, बिहार इस नारे को साकार करेगा। ऑल इंडिया पान महासंघ नेशनल प्रेसिडेंट आईपी गुप्ता ने कहा कि हमारी पार्टी, जो जेपी आंदोलन से जन्मी है, आज भी उसकी विरासत को पूरी निष्ठा के साथ आगे बढ़ा रही है। मैं आश्वस्त करता हूं कि हर बूथ और समाज, खासकर तांती, ततवा और पान समुदाय महागठबंधन को पूरा समर्थन देंगे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि सर्वप्रथम छठ पूजा की शुभकामनाएं देता हूं। महागठबंधन की बैठक कई महीनों चली। कई सवाल आपके बीच आते थे। इतना ही कहूंगा कि महागठबंधन एकजुट है। आज का दिन सपना साकार करने वाला होगा। आज पूरी ताकत दिखेगी। हम लोग तेज रफ्तार से आगे बढ़ेंगे।
जब तक भाजपा को तोड़ेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं- मुकेश
सीपीआई-एम नेता ललन चौधरी ने कहा कि हम एकजुट होकर लड़ेंगे और बिहार बदलेगा। बिहार में बदलाव की बहार है। वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि आज इस समय का मैं साढ़े तीन साल से इंतजार कर रहा था। भाजपा में जिस तरह से हमारे विधायकों को तोड़ा, गरीब मल्लाह को रोड पर ला दिया। हमने संकल्प लिया था कि जब तक भाजपा को तोड़ेंगे नहीं, छोड़ेंगे नहीं। महागठबंधन मजबूत है। हम सरकार बनाएंगे। सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय ने कहा कि पूरा महागठबंधन एक साथ है। हम सभी महागठबंधन की एकता को प्रदर्शित करते हैं।
महागठबंधन ने 254 प्रत्याशी मैदान में उतारे
महागठबंधन ने 243 सीटों पर 254 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। इनमें राजद ने 143, कांग्रेस ने 61, सीपीआई (एम) ने 20, सीपीआई ने 9, सीपीएम ने 6 और मुकेश सहनी की वीआईपी ने 15 प्रत्याशी उतारे हैं। महागठबंधन में शामिल दलों ने 11 सीटों पर एक दूसरे के खिलाफ प्रत्याशी उतारे हैं। इनमें राजद और कांग्रेस के प्रत्याशी 6 सीटों पर आमने-सामने हैं। वहीं, महागठबंधन को दो प्रत्याशियों का नामांकन रद्द हो गया है। वीआईपी उम्मीदवार शशि भूषण सिंह का सुगौली से तो राजद उम्मीदवार श्वेता सुमन का मोहनिया से नामांकन रद्द हुआ है।
