भारत के निशानेबाज मनीष नरवाल और सिंहराज अडाना ने आज टोक्यो पैरालंपिक 2020 में एक साथ धमाका किया है। टोक्यो पैरालंपिक 2020 के निशानेबाजी इवेंट में मनीष नरवाल ने भारत को गोल्ड और सिंहराज अडाना ने सिल्वर मेडल दिलाने में कामयाबी हासिल की है।
मनीष ने गोल्ड व सिंहराज ने सिल्वर पर कब्जा किया
टोक्यो पैरालंपिक 2020 में आज 4 सितंबर का दिन भारत के लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आया है। टोक्यो पैरालंपिक 2020 में में भारत के मनीष नरवाल ने शूटिंग के P4 मिक्सड 50 मीटर पिस्टल SH1 इवेंट में गोल्ड मेडल पर निशाना साधा, वहीं इसी इवेंट में भारत के ही सिंहराज अडाना ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। इस गोल्ड के साथ ही मनीष नरवाल ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत को तीसरा गोल्ड मेडल दिला दिया है।
मनीष ने 218.2 व सिंहराज ने 216.7 का स्कोर किया
19 साल के मनीष नरवाल ने पैरालम्पिक खेलों का रिकॉर्ड बनाते हुए 218.2 का स्कोर किया, वहीं सिंहराज अडाना ने 216.7 प्वॉइंट्स हासिल कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। रूस ओलंपिक समिति के सर्जेई मालिशेव ने 196.8 प्वॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता। इससे पहले क्वालीफाइंग दौर में सिंहराज अडाना 536 प्वॉइंट्स लेकर चौथे और मनीष नरवाल 533 प्वॉइंट्स लेकर सातवें स्थान पर थे, जबकि भारत के आकाश 27वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह नहीं बना सके थे।
अवनि लेखरा व सुमित अंतिल ने भी गोल्ड जीता था
दरअसल, इस इवेंट में निशानेबाज एक ही हाथ से पिस्टल पकड़ते हैं, क्योंकि उनके एक हाथ या पैर में विकार होता है जो रीढ़ की हड्डी में चोट या अंग कटने की वजह से होता है, कुछ निशानेबाज खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना लगाते हैं। ध्यान रहे कि मनीष नरवाल से पहले निशानेबाजी में ही 19 साल की अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैडिंग एसएच1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था, यह भारत का निशानेबाजी में पहला गोल्ड मेडल था। अवनि लेखरा के अलावा भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने इन खेलों में पुरुषों की एफ64 स्पर्धा में कई बार वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ते हुए दूसरा गोल्ड मेडल दिलाकर शानदार डेब्यू किया था, उन्होंने 62.88 मीटर के अपने ही पिछले वर्ल्ड रिकॉर्ड को दिन में 5 बार बेहतर किया और गोल्ड पर निशाना साधा था।
