
राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार पर सियासी संकट मंडरा रहा है और ये दो गुटों में बट गई है। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।
पायलट गुट के 41 विधायक भाजपा के संपर्क में !
राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार पर सियासी संकट मंडरा रहा है और ये दो गुटों में बट गई है। सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष व राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट गुट के 41 विधायक भाजपा के संपर्क में हैं, इन 41 विधायकों में कांग्रेस के 38 तथा 3 निदर्लीय विधायक हैं। इन सभी 41 विधायकों ने कहा है कि चाहे कोई भी स्थिति हो वो सचिन पायलट का साथ देंगे।
सचिन पायलट ज्योतिरादित्य सिंधिया के संपर्क में– सूत्र
सचिन पायलट के करीबी सूत्रों के मुताबिक, अपनी ही सरकार को अस्थिर करने की कथित कोशिश की जांच में पूछताछ के लिए पेश होने का उप मुख्यमंत्री को पत्र भेजे जाने से सारी हदें पार हो गई हैं, इससे सचिन पायलट समर्थक विधायकों का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तहत काम करना मुश्किल हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, सचिन पायलट अपने पुराने दोस्त व भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के संपर्क में हैं, ये भी माना जा रहा है कि अशोक गहलोत की स्थिति कहीं कमलनाथ की तरह न हो जाए।
गहलोत के आवास पर कल सुबह 10.30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कल यानि सोमवार को सुबह 10.30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि कांग्रेस मजबूती से साथ काम कर रही है, सभी विधायकों का पार्टी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भरोसा और विश्वास है, भाजपा जान बूझकर वर्तमान स्थिति को बदल रही है। अविनाश पांडेय ने कहा कि यह साजिश भाजपा ने रची है और वे 1 वर्ष से यह कोशिश कर रहे हैं, मैं कह सकता हूं कि राजस्थान के सभी कांग्रेस विधायक एक साथ काम करेंगे और राजस्थान में कांग्रेस सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल को पूरा करेगी, उन्होंने साथ ही कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राजस्थान के घटनाक्रम से अवगत करा दिया गया है।