
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 17 मई तक 54 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, इस बीच भारतीय रेलवे द्वारा 12 मई से स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू करने बाद अब देश में हवाई सेवाएं भी शुरू होने जा रही है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एसओपी जारी की
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 17 मई तक 54 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, इस बीच भारतीय रेलवे द्वारा 12 मई से स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू करने बाद अब देश में हवाई सेवाएं भी 19 मई, 2020 से शुरू होने जा रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइंस तथा हवाई अड्डा ऑपरेटरों को एसओपी (स्डैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोस्डयूर) यानि मानक संचालन प्रक्रिया जारी किए हैं। ध्यान रहे कि कमर्शियल हवाई सेवाएं 25 मार्च से ही निलंबित है।
एयर इंडिया 19 मई से 2 जून तक एक विशेष अभियान चलाएगी
एयर इंडिया 19 मई से आंशिक तौर पर घरेलू उड़ानों को शुरू करने जा रही है। एयर इंडिया देश के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन में फंसे हुए लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 19 मई से 2 जून तक एक विशेष अभियान चलाएगी। एयर इंडिया की ज्यादातर उड़ानें दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु तथा चेन्नई के लिए होंगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी-
- एयरपोर्ट पर चेक-इन काउंटर डिपार्चर से 3 घंटे पहले तथा फ्लाइट टाइम से से सवा घंटे पहले बंद किए जा सकते हैं।
- एंट्री तथा बोर्डिंग पॉइंट्स पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था संभव है।
- वैसे यात्री या स्टाफ जिनमें कोरोना के लक्षण मिलेंगे या फिर उनके आरोग्य सेतु ऐप में ग्रीन सिग्नल नहीं मिलेगा, उन्हें एयरपोर्ट में जाने की इजाजत नहीं होगी।
- एयरपोर्ट में कोविड-19 संदिग्धों की जांच के लिए नियत जगह हो सकती है।
- पहले चरण में 80 वर्ष से ज्यादा उम्र के यात्रियों को इजाजत नहीं होगी।
- यात्रियों को कोविड-19 से जुड़ी प्रश्नावली को भरने के लिए दिया जा सकता है, इसमें उनसे यह जानकारी मांगी जा सकती है कि क्या उनकी कोरोना की कोई पास्ट हिस्ट्री है, क्या वे पिछले 1 महीने में क्वारंटाइन हुए हैं, अगर कोई यात्री पिछले 1 महीने में कभी क्वारंटाइन में रहा होगा तो उसे जांच के लिए अलग ले जाया जाएगा।
- केबिन बैगेज की इजाजत नहीं होगी।
- केवल चेक-इन बैगेज की इजाजत होगी।
- सभी तरह के भुगतान डिजिटल तरीके से किए जाएंगे।
- शुरुआत में सिर्फ वेब चेक-इन को इजाजत दिए जाने की संभावना है।
- यात्रियों के लिए टर्मिनल में प्रवेश से पहले मास्क, ग्लव्स जैसे सुरक्षा के उपायों से लैस होने को कहा जा सकता है।
- ज्यादा भीड़-भाड़ न हो, इसके लिए यात्रियों को बैच बना कर भेजा जाएगा।
- अगर मेटल डिटेक्टर ने बीप नहीं किया तो यात्री की तलाशी जांच नहीं की जाएगी
- बोर्डिंग पासेज पर सीआईएसएफ की मुहर।
- मास्क तथा ग्लव्स के डिस्पोजल के लिए पीले रंग का डस्टबिन रहेगा।
- समय-समय पर पूरे इलाके को डिसइन्फेक्ट किया जाएगा।
- डिपार्चर से 60 मिनट पहले बोर्डिंग हो जाएगी तथा फ्लाइट टाइम से 20 मिनट पहले गेट बंद हो जाएंगे।
- 10-10 के बैच में बोर्डिंग होगी।
- ई-बोर्डिंग पास की सेल्फ स्कैनिंग।
- बोर्डिंग को विमान में पीछे से आगे की ओर शुरू किया जाएगा।
- बोर्डिंग गेट पर भी थर्मल स्क्रीनिंग
- यात्री जब अपनी सीट ले लेंगे तब क्रू उन्हें सैनिटाइजर देंगे।
- लोगों को गैर-जरूरी मूवमेंट से बचने तथा बार-बार शौचालय, वॉश बेसिन में न जाने के लिए कहा जाएगा।
- हर 1 घंटे पर शौचालयों को सैनिटाइज किया जाएगा।
- फ्लाइट में भोजन नहीं मिलेगा।
- पानी की बोतलें दी जा सकती हैं।
- सभी तरह की ऑन-बोर्ड बिक्री सस्पेंड रहेगी।
- यात्रियों के शरीर का तापमान मापा जाएगा।
- आखिर की 3 पंक्तियों की सीटों को खाली रखा जाएगा, ताकि अगर कोरोना का कोई संदिग्ध मामला सामने आया तो उन सीटों पर आइसोलेट किया जा सके।
- सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए यात्रियों का मूवमेंट।
- आगमन पर भी सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग, कोई संदिग्ध मामला मिलने पर उसे स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले किया जाएगा।
- केरसेल एरिया के नजदीक सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मार्किंग।
- आगमन पर सामानों को डिसइन्फेक्ट किया जाएगा।
- सामानों को अलग-अलग करके रखा जाएगा।