महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि हनुमान चालीसा पढ़नी है तो घर पर आकर पढ़िए, इसका एक तरीका होता है, लेकिन दादागीरी करके मत आइए, अगर ऐसा करेंगे तो बाला साहब ने सिखाया है कि दादागीरी कैसे तोड़नी है।
उद्धव ठाकरे ने दी कड़ी नसीहत
महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पर छिड़ा विवाद शांत होता नहीं दिख रहा है। भाजपा के तीखे तेवर के बाद अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कड़ी नसीहत दी है। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि हनुमान चालीसा पढ़नी है तो घर पर आकर पढ़िए, इसका एक तरीका होता है, लेकिन दादागीरी करके मत आइए, अगर ऐसा करेंगे तो बाला साहब ने सिखाया है कि दादागीरी कैसे तोड़नी है।
ये नकली नए हिंदुत्ववादी हैं- उद्धव ठाकरे
सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम घंटाधारी हिंदुत्व नहीं, गदाधारी हिंदुत्व का पालन करते हैं, मैं जल्द ही एक रैली करूंगा, जहां सबका समाचार लिया जाएगा, ये कमजोर हिंदुत्ववादी आए हैं, ये नकली नए हिंदुत्ववादी हैं, इनके बीच स्पर्धा चल रही है कि इसकी कमीज मुझसे ज्यादा भगवा कैसे, कुछ लोगों के पेट में एसिडिटी हो गई है, उन्हें कोई काम नहीं है, बिना काम के भोंगे बजाना ही उनका काम है, मैं उन्हें अहमियत नहीं देता।
मातोश्री मंदिर की तरह- शिवसैनिक
ध्यान रहे कि महाराष्ट्र के निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। राणा दंपति के इस ऐलान के बाद सुबह से ही उनके घर के बाहर शिवसैनिक भारी संख्या में जुट गए थे, शिवसैनिकों ने राणा दंपति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया, पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत में शिवसैनिकों ने कहा उनके लिए मातोश्री मंदिर की तरह है, राणा दंपति ने उनकी भावनाओं को को ठेस पहुंचाई है।
नवनीत राणा को हाई कोर्ट से राहत नहीं
इस मामले में गिरफ्तार अमरावती की सांसद नवनीत राणा को बॉम्बे हाई कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है, हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की याचिका खारिज करते हुए उन्हें फटकार भी लगाई। अदालत ने कहा कि सार्वजनिक जीवन वालों की जिम्मेदारी ज्यादा है, वहीं नवनीत राणा के वकील ने अब सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है।