
काफी लंबे समय तक मीडिया से दूर रहने वालीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज 23 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई मुद्दों पर खुलकर बात कीं। इस दौरान महबूबा मुफ्ती ने तिरंगा पर विवादित बयान दे बैठीं।
अनुच्छेद 370 वापस लेकर रहेंगे- महबूबा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम अनुच्छेद 370 वापस लेकर रहेंगे, इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि जब तक ऐसा नहीं हो जाता, वो कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगी। महबूबा मुफ्ती ने ऐलान किया कि मैं जम्मू-कश्मीर के अलावा दूसरा कोई झंडा नहीं उठाऊंगी, यानि उन्होंने फिर से एक देश दो झंडे वाली सियासत को आगे करते हुए तिरंगा हाथ में लेने से इनकार कर दिया है। महबूबा ने कहा कि जिस वक्त हमारा ये झंडा वापस आएगा, हम उस (तिरंगा) झंडे को भी उठा लेंगे, मगर जब तक हमारा अपना झंडा, जिसे डाकुओं ने डाके में ले लिया है, तब तक हम किसी और झंडे को हाथ में नहीं उठाएंगे, वो झंडा हमारे आईन का हिस्सा है, हमारा झंडा तो ये है, उस झंडे से हमारा रिश्ता इस झंडे ने बनाया है।
370 को लाने तक संघर्ष खत्म नहीं- महबूबा
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज बिहार में वोट बैंक के लिए पीएम मोदी को अनुच्छेद 370 का सहारा लेना पड़ रहा है, हम आर्थिक स्तर पर बांग्लादेश से पीछे चले गए हैं, जब वे चीजों पर विफल होते हैं तो वे कश्मीर और 370 जैसे मुद्दों को उठाते हैं, वास्तविक मुद्दे पर बात नहीं करना चाहते हैं। महबूबा ने कहा कि जब तक वह (केंद्र सरकार) हमारे हक (370) को वापस नहीं करते हैं, तब तक मुझे कोई भी चुनाव लड़ने में दिलचस्पी नहीं है, जम्मू-कश्मीर में 370 को बहाल करने तक मेरा संघर्ष खत्म नहीं होगा, मेरा संघर्ष कश्मीर समस्या के समाधान के लिए होगा।
चीन ने 370 को हटाने पर आपत्ति जताई थी
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि भाजपा ने बाबरी मस्जिद पर ऐसा माहौल बनाया मानो वह कभी मौजूद ही न हो। महबूबा ने कहा कि चीन ने लद्दाख में 1000 वर्ग किलोमीटर से अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया, चीन ने 370 को हटाने और भारत द्वारा किए गए परिवर्तनों पर खुलकर आपत्ति जताई है, वे इस बात से कभी इनकार नहीं कर सकते कि जम्मू-कश्मीर कभी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतना प्रसिद्ध नहीं था, जितना अब है।