पूर्व केंद्रीय मंत्री और जनता परिवार के कद्दावर नेता शरद यादव का आज गुरुवार को निधन हो गया। उन्होंने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। शरद यादव के निधन के खबर की पुष्टि उनकी बेटी शुभासिनी यादव ने की है।
शरद यादव के निधन से शोक की लहर
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कद्दावर नेता शरद यादव का 12 जनवरी 2023 को हरियाणा के गुरूग्राम में स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट निधन हो गया। उन्होंने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। शरद यादव के निधन के खबर की पुष्टि उनकी बेटी शुभासिनी यादव ने की, उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर लिखा कि ‘पापा नहीं रहे।’ दरअसल, शरद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शरद यादव के निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है।
शरद जी के निधन से बहुत दुख हुआ- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है, उन्होंने ट्वीट कर कहा कि शरद यादव के निधन से बहुत दुख हुआ, अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया, वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे, मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा, उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं, ओम शांति।
बड़े भाई के निधन से विचलित हूं- लालू
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव जो फिलहाल सिंगापुर में इलाज करा रहे हैं, उन्होंने शरद यादव के निधन पर शोक प्रकट किया है, उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि बड़े भाई शरद यादव के निधन से काफी विचलित और दुखी हूं, हमने राम मनोहर लोहिया समेत कई अन्य नेताओं के साथ मिलकर राजनीति की, वे महान समाजवादी नेता थे, स्पष्टवादी थे, उनसे मैं कभी-कभी लड़ भी लेता था, मतभेद होता था, लेकिन मनभेद नहीं, वो अब हमारे बीच नहीं हैं, भगवान उनकी आत्मा को चीर शांति दें, शोकाकुल परिजनों के लिए संवेदनाएं।
तेजस्वी यादव ने जताया शोक
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शरद यादव के निधन पर शोक जताया है, उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं, कुछ कह पाने में असमर्थ हूं, माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई, दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।
शरद यादव 2019 में आखिरी बार लड़े चुनाव
ध्यान रहे कि शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का 20 मार्च, 2022 को राष्ट्रीय जनता दल में विलय हुआ था, उनके इस कदम को उनके सहयोगियों के पुनर्वास के प्रयास के रूप में देखा जा रहा था क्योंकि जनता दल (यू) नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग होने के बाद उन्होंने अपनी पार्टी बनाई थी लेकिन उसका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा। उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव आरजेडी के टिकट पर लड़ा था, वहीं उनकी बेटी शुभासिनी यादव ने 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लड़ा था, उस समय कांग्रेस राजद नीत गठबंधन में शामिल थी।
शरद यादव 10 बार रहे सांसद
गौरतलब है कि शरद यादव 3 बार राज्यसभा के सदस्य रहे थे, वहीं वे 7 बार लोकसभा के लिए चुने गए थे। राजनीतिक के दिग्गज खिलाड़ी रहे शरद यादव का जन्म 1 जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के गांव अखमाऊ में हुआ था। उन्होंने मध्य प्रदेश के अलावा बिहार और उत्तर प्रदेश से चुनावी राजनीति की, उनकी राजनीति का मुख्य केंद्र बिहार रहा। शरद यादव बिहार के मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से 4 बार, मध्य प्रदेश के जबलपुर से 2 बार और उत्तर प्रदेश के बदायूं से 1 बार लोकसभा के लिए चुने गए थे।