
सर्वदलीय बैठक में आज प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार कृषि संबंधित कानूनों समेत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद तथा अन्य नेताओं ने किसानों का मुद्दा उठाया।
बातचीत से निकलेगा समाधान- मोदी
बजट सत्र, 2021 को लेकर आज 30 जनवरी को हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को लेकर बड़ी बातें कही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से बातचीत को हमेशा तैयार है, किसानों से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ओर से किया गया वादा आज भी कायम है, सभी बातें जो मानी गई हैं उस पर केंद्र सरकार कायम है, बातचीत से समाधान निकलेगा। उन्होंने कहा कि ‘किसानों से केंद्र सरकार सिर्फ एक फोन कॉल दूर है।’
बैठक में अलग-अलग मुद्दे उठाए गए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज सर्वदलीय बैठक हुई, इस बैठक में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष नेता गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत तथा शिरोमणि अकाली दल के बलविंदर सिंह भुंडर ने किसान आंदोलन पर अपना पक्ष रखा। वहीं, जदयू का प्रतिनिधित्व कर रहे राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने कृषि कानूनों का समर्थन किया। केंद्र सरकार ने यह सर्वदलीय बैठक बजट सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने और विधायी कार्यों के संदर्भ में चर्चा के मकसद से बुलाई थी, विभिन्न दलों के नेताओं ने इस बैठक में अलग-अलग मुद्दे उठाए।
कृषि कानूनों के प्रस्ताव पर सरकार कायम
सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से कहा कि उनकी सरकार प्रदर्शनकारी किसानों की ओर से उठाए गए मुद्दों का बातचीत के जरिए समाधान निकालने का निरंतर प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी यह भी कहा कि तीन कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार ने जो प्रस्ताव दिया था वो आज भी बरकरार है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रदर्शनकारी किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं और तोमर ने इस महीने की शुरुआत में किसान नेताओं को इस बात से अवगत भी कराया था।
बैठक में सभी पार्टियों ने हिस्सा लिया
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक हुई, करीब सभी पार्टियों ने बैठक में हिस्सा लिया, विपक्ष ने मांग की है कि लोकसभा में बिल के अलावा चर्चा हो और सरकार इसके लिए सहमत है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है इसके लिए भी हम सहमत हैं, प्रधानमंत्री ने कहा है कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जो प्रस्ताव दिया था, हम उस पर चर्चा के लिए तैयार हैं। वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सरकार और किसानों के बीच हुई चर्चा के बारे में बताया, उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि कृषि मंत्री ने किसानों को आश्वासन दिया कि वह उनसे एक फोन दूर हैं, बशर्ते वे सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करें, सरकार इस मुद्दे को अपनी अहंकारी और अड़ियल रवैये से देख रही है।