
रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति पद से हटते ही आज पीडीपी चीफ व जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उन पर जमकर निशाना साधा है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति पद पर रहते गलत परंपरा बना गए, जहां भारतीय संविधान को उन्होंने अनेक बार कुचला है।
महबूबा मुफ्ती ने रामनाथ कोविंद पर लगाए आरोप
द्रौपदी मुर्मू ने आज 25 जुलाई 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण ली और और पदभार भी ग्रहण कर लिया है। द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आज पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर जमकर निशाना साधा है और उनपर आरोप लगाया है कि वो राष्ट्रपति पद पर रहते हुए भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक एजेंडा चलाते थे। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करके कहा कि ‘निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया है, चाहे वह अनुच्छेद 370 की बात हो, नागरिकता कानून (CAA) को खत्म करना हो या अल्पसंख्यकों और दलितों को बेधड़क निशाना बनाना हो, उन्होंने भारतीय संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।’
महबूबा ने तिरंगा अभियान को लेकर लगाए आरोप
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर ‘हर घर तिरंगा’ मुहिम के तहत लोगों को राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए ‘मजबूर’ करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि देशभक्ति स्वत: आती है और इसे थोपा नहीं जा सकता। ध्यान रहे कि ‘हर घर तिरंगा’ मुहिम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत 13 से 15 अगस्त 2022 तक नागरिकों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से शुरू की गई है।