
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 17 मई तक 54 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, कोरोना का कहर भी देश में दिन पर दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इस बीच देश में राजनीतिक बयानबाजी का कहर भी जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के बारे में पी चिदंबरम ने कहा कि इसमें गरीबों, प्रवासी मजदूरों तथा मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है, जबकि ममता बनर्जी ने इसे जीरो बताया है।
आर्थिक पैकेज में गरीबों, प्रवासी मजदूरों तथा मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं- चिदंबरम
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 17 मई तक 54 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, कोरोना का कहर भी देश में दिन पर दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इस बीच देश में राजनीतिक बयानबाजी का कहर भी जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि इसमें गरीबों, प्रवासी मजदूरों तथा मध्यम वर्ग के लिए कुछ भी नहीं है, इस दौरान पी चिदंबरम ने देश के कमजोर वर्ग के 13 करोड़ लोगों के बैंक खातों में पैसे डालने की मोदी सरकार से अपील की।
गरीबों तथा प्रवासी मजदूरों को मोदी सरकार ने अकेला छोड़ दिया- चिदंबरम
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पी चिदंबरम ने आज मीडिया से कहा कि पिछली रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैकेज की घोषणा की थी, लेकिन उस समय उन्होंने कुछ ब्यौरा नहीं दिया था, इसके बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने जो आज घोषणा की, उसमें गरीबों तथा प्रवासी मजदूरों के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज सबसे ज्यादा परेशान गरीब तथा प्रवासी मजदूर हैं, लेकिन मोदी सरकार ने उन्हें अकेला छोड़ दिया है। चिदंबरम ने कहा कि इस आर्थिक पैकेज में मध्यम वर्ग के लिए भी कुछ नहीं है, उन्हें कोई वित्तीय सहयोग नहीं दिया गया है, आईटीआर की तारीख बढ़ाई गई है, लेकिन यह वित्तीय सहयोग का कदम नहीं है।
मोदी के आर्थिक पैकेज को ममता ने जीरो बताया
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी के आर्थिक पैकेज को जीरो यानि शून्य बताया है। ममता ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से आज पेश किए गए आर्थिक राहत पैकेज में राज्यों के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आर्थिक पैकेज में असंगठित क्षेत्र, सार्वजनिक व्यय, रोजगार सृजन के लिए कुछ भी नहीं है।
भारत में कोरोना संक्रमित 78 हजार के पार, मरने वालों की संख्या 2551 पहुंची
गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की संख्या करीब 78 हजार से ज्यादा हो चुकी है, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 26392 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 2551 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 43 लाख, 94 हजार को पार कर चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या 2 लाख, 95 हजार को पार कर चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 14 लाख, 17 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 84,100 हो चुकी है।