केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर ने गुजरात और बिहार में शराब को लेकर आज एक बड़ा बयान दिया है। कौशल किशोर ने कहा है कि गुजरात और बिहार में शराब ब्लैक में मिलती है।
गुजरात व बिहार में ब्लैक में मिलती है शराब- कौशल
केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री कौशल किशोर ने आज 2 सितंबर को कहा कि नशे से मुक्ति के लिए कठोर कानून या शराबबंदी नहीं बल्कि लोगों में जागरूकता की जरूरत है। कौशल किशोर ने अपनी बात के समर्थन में गुजरात और बिहार में लागू शराबबंदी का हवाला देते हुए कहा कि इन दोनों राज्यों में शराबबंदी लागू है लेकिन सबको पता है कि दोनों राज्यों में अवैध रूप से ब्लैक में शराब मिलती है। उन्होंने कहा कि ऐसे में केवल कानून बनाना नशे की समस्या का समाधान नहीं है।
नशे की लत के खिलाफ अभियान की घोषणा
कौशल किशोर ने नशा मुक्ति समाज नाम की एक संस्था के बैनर तले समाज में फैले नशे की लत के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक अभियान चलाने की घोषणा की है, इस अभियान के तहत आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर 75 लाख लोगों को नशे के खिलाफ शपथ दिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तरप्रदेश के मोहनलाल गंज लोकसभा क्षेत्र से सांसद कौशल किशोर ने नशा मुक्ति अभियान का जो लक्ष्य रखा है उसके पीछे उनका एक निजी कारण भी है। दरअसल, पिछले साल 2020 में कौशल किशोर के 28 वर्षीय पुत्र की मृत्यु शराब के सेवन के चलते हुई लीवर की बीमारी से हो गई थी। किशोर का कहना है कि उस घटना ने उन्हें झकझोर दिया, उनके मुताबिक बेटे के चिता को अग्नि देते समय ही उनके मन में नशा मुक्ति अभियान चलाने का ख्याल आया था।
कौशल किशोर पत्नी के साथ मिलकर चलाएंगे अभियान
केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर की पत्नी जय देवी उत्तरप्रदेश में मलीहाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और दोनों मिलकर इस अभियान को चलाएंगे। कौशल किशोर के मुताबिक पहले पंजाब के 25 से 35 फीसदी नौजवान सेना में भर्ती होते थे लेकिन अब नशे की लत के चलते महज 5 फीसदी नौजवान ही सेना में भर्ती होने जाते हैं।