राजस्थान में आज अशोक गहलोत मंत्रिपरिषद का पुनर्गठन हो गया है। 15 विधायकों ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री पद की शपथ ली, जिसमें 11 कैबिनेट मंत्री जबकि 4 राज्य मंत्री हैं।
15 विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
राजस्थान में आज 21 नवंबर को अशोक गहलोत मंत्रिपरिषद पुनर्गठन हुआ। 15 विधायकों ने राजस्थान की सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। ध्यान रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के सभी 21 मंत्रियों ने कल 20 नवंबर के शाम को अपना इस्तीफा सौंप दिया था, जिसके बाद आज 15 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। गहलोत मंत्रिपरिषद के आज शपथ लेने वाले 15 मंत्रियों में से 11 कैबिनेट मंत्री जबकि 4 राज्य मंत्री हैं, वहीं इस नई गहलोत मंत्रिपरिषद में सचिन पायलट के खेमे के 4 विधायकों को भी शामिल किया गया है। इस बार गहलोत मंत्रिपरिषद में 3 महिलाओं को जगह दी गई है।
गुड़ामालानी सीट से विधायक हैं हेमाराम चौधरी
आज सबसे पहले हेमाराम चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली। हेमाराम चौधरी गुड़ामालानी सीट से विधायक हैं, वो 6 बार विधायक रह चुके हैं, हेमाराम चौधरी के पास मंत्री से लेकर नेता विपक्ष तक का अनुभव है। हेमाराम जाट समाज से आते हैं, इन्हें सचिन पायलट का करीबी माना जाता है।
राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं महेंद्रजीत सिंह
महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। महेंद्रजीत सिंह बागीदौरा सीट से विधायक हैं। इससे पहले भी महेंद्रजीत सिंह मंत्री रह चुके हैं। महेंद्रजीत सिंह अनुसूचित जनजाति से आते हैं। महेंद्रजीत सिंह राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी हैं।
रामलाल जाट को कैबिनेट मंत्री बनाया गया
रामलाल जाट को अशोक गहलोत मंत्रिपरिषद में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। रामलाल जाट पहले भी मंत्री रह चुके हैं। रामलाल जाट मांडल सीट से विधायक हैं, ये चौथी बार के विधायक हैं। जाट समाज से आते हैं रामलाल जाट।
हवामहल सीट से विधायक हैं महेश जोशी
महेश जोशी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। महेश जोशी हवामहल विधानसभा सीट से विधायक हैं। महेश जोशी 3 बार के विधायक हैं, ये ब्राह्मण समाज से आते हैं।. महेश जोशी कांग्रेस के मुख्य सचेतक हैं, ये राजस्थान कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष रह चुके हैं।
कांग्रेस से पहले भाजपा में थे विश्वेन्द्र सिंह
विश्वेन्द्र सिंह ने भी गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। विश्वेन्द्र सिंह डीग-कुम्हेर सीट से विधायक हैं। कांग्रेस से पहले विश्वेन्द्र सिंह भाजपा में थे। विश्वेन्द्र सिंह भरतपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद भी हैं। विश्वेन्द्र सिंह पिछली दो बार से डीग-कुम्हेर सीट से विधायक हैं।
पायलट के करीबी माने जाते हैं रमेश चंद मीणा
रमेश चंद मीणा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, ये सपोटरा सीट से विधायक हैं। मीणा समाज से आते हैं रमेश चंद मीणा, पिछले 2 बार के विधायक हैं, ये करौली जिले से आते हैं। माना जाता है कि रमेश चंद मीणा सचिन पायलट के करीबी नेता हैं, ये 2008 में बसपा से जीते, फिर कांग्रेस की सरकार बनने के बाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में मंत्री बने। रमेश चंद मीणा को पायलट खेमे के बगावत के बाद मंत्री पद से बर्खास्त किया गया था
ममता भूपेश प्रमोट होकर बनीं कैबिनेट मंत्री
ममता भूपेश बैरवा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। राज्यमंत्री ममता भूपेश को प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, ये सिकराय सीट से विधायक हैं। ममता भूपेश बैरवा अनुसूचित समाज से आती हैं, इससे पहले भी गहलोत सरकार में मंत्री रह चुकी हैं, ये झुंझुनू जिले से आती हैं।
प्रमोट होकर कैबिनेट मंत्री बने हैं भजनलाल
भजनलाल जाटव वैर सीट से कांग्रेस के विधायक हैं, ये अनुसूचित जाति से आते हैं। पहले कृषि राज्य मंत्री के पद पर काम कर रहे भजनलाल जाटव को फिर से मंत्रिपरिषद में जगह मिली है। भजनलाल जाटव को राज्य मंत्री से अब कैबिनेट मंत्री के तौर पर प्रमोट किया गया है, ये भरतपुर जिले से आते हैं।
अलवर ग्रामीण सीट से विधायक हैं टीकाराम
राजस्थान के अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आने वाले टीकाराम जूली राज्यमंत्री के तौर पर मंत्रिपरिषद में जगह बनाए हुए थे, अब कैबिनेट विस्तार में इनको प्रमोट करके कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। टीकाराम जूली के पास पहले श्रम विभाग की जिम्मेदारी थी, ये अलवर ग्रामीण सीट से विधायक हैं।
गोविंद राम मेघवाल बने कैबिनेट मंत्री
गोविंद राम मेघवाल को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। गोविंद राम मेघवाल बीकानेर संभाग से बड़े दलित नेता हैं। गोविंद राम मेघवाल खाजूवाला सीट से विधायक हैं, ये पहले भाजपा का हिस्सा भी रह चुके हैं, ये दूसरी बार के विधायक हैं।
कैबिनेट में शामिल हुईं शकुंतला रावत
अलवर के बानसूर सीट से आने वाली शकुंतला रावत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। 2 बार बानसूर सीट से जीतने वाली शकुंतला रावत पार्टी के भरोसेमंदों में से एक हैं। शकुंतला रावत राजस्थान महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं, इसके अलावा ये राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की पूर्व सचिव भी हैं।
बृजेंद्र सिंह ओला को बनाया गया राज्य मंत्री
बृजेंद्र सिंह ओला को गहलोत मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री बनाया गया है। पायलट समर्थक बृजेंद्र सिंह ओला शेखावाटी के बड़े जाट नेता हैं, ये पहले भी मंत्री रह चुके हैं, ये झुंझनू सीट से विधायक हैं। बृजेंद्र सिंह ओला जाट समाज से आते हैं।
मुरारीलाल मीणा पहले भी मंत्री रह चुके हैं
सचिन पायलट को अपना नेता बताने वाले पायलट समर्थक मुरारीलाल मीणा को भी मंत्री बनाया गया है, इनको राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया है। मुरारीलाल मीणा दौसा सीट से विधायक हैं, ये मीणा समाज से आते हैं, इससे पहले भी ये राजस्थान सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
बसपा में भी रह चुके हैं राजेंद्र सिंह गुढ़ा
अशोक गहलोत के खास माने जाने वाले राजेंद्र सिंह गुढ़ा को भी राज्य मंत्री बनाया गया है। बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए राजेंद्र सिंह गुढ़ा सियासी संकट में सरकार के साथ रहे, लेकिन बीते कुछ महीनों से सरकार और पार्टी से नाराज दिख रहे थे।
जाहिदा को मुस्लिम कोटा के तहत मंत्री बनाया गया
भरतपुर के कामां क्षेत्र से आने वाली जाहिदा खान को भी मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है, इन्हें राज्य मंत्री बनाया गया है। वहीं लंबे समय से मुस्लिम कैंडिडेट को मंत्री पद ना देने की जो बात चल रही थी, उसे भी अब जाहिदा खान के मंत्री बनने से विराम मिल जाएगा।