
देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, इस बीच एक बड़ी खबर आई है। देश में 10 जनवरी 2022 से फ्रंटलाइन वर्कर्स और मेडिकल स्टाफ को बूस्टर डोज दी जाएगी। इसके अलावा 60 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों और अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को उनके डॉक्टर की सलाह पर बूस्टर डोज दी जाएगी।
बूस्टर डोज 10 जनवरी 2022 से दी जाएगी
कोरोना मामलों की हालिया वैश्विक बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के सामने आने के बाद केंद्र सरकार की तरफ से वैक्सीनेशन को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की गई है। ओमीक्रोन वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) कहा गया है। देश में एहतियात के तौर पर उन स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को जिन्हें कोरोना वैक्सीन की 2 डोज मिल चुकी हैं, उन्हें 10 जनवरी 2022 से कोविड-19 वैक्सीन की एक और डोज यानि बूस्टर डोज दी जाएगी। कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच का अंतराल 9 से 12 महीने हो सकता है।
फ्रंटलाइन वर्कर्स को 10 जनवरी से लगेगी बूस्टर डोज
ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को रात राष्ट्र के नाम एक संबोधन में घोषणा की कि 15-18 साल के किशोरों के लिए कोविड-19 के खिलाफ वैक्शीनेशन 3 जनवरी 2022 से शुरू होगा जबकि मेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज 10 जनवरी 2022 से दी जाएगी। ये फैसला कोरोना वायरस के Omicron वैरिएंट से जुड़े कोविड मामले बढ़ने के बीच आया है।
61 फीसदी वयस्क आबादी को दोनों डोज मिल चुकी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बूस्टर डोज 10 जनवरी 2022 से 60 साल से अधिक उम्र के और अन्य गंभीर बीमारी वाले नागरिकों को उनके डॉक्टर की सलाह पर दी जाएगी। बूस्टर डोज को वैक्शीनेशन के लिए वैक्सीन की तीसरी डोज के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने ‘बूस्टर डोज’ शब्द का इस्तेमाल करने से परहेज किया जैसा कि आमतौर पर कहा जाता है। भारत की 61 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी है, जबकि 90 फीसदी व्यस्क आबादी को पहली डोज मिल चुकी है।