
हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले में वैश्विक महामारी कोरोना ने कोहराम मचा दिया है। हरिद्वार कुंभ मेले में अब तक संतों समेत 2483 श्रद्धालु कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, जिसके बाद हरिद्वार कुंभ में हरकंप मच गया है।
हरिद्वार में आज कोरोना के 629 नए केस
हरिद्वार कुंभ में 14 अप्रैल के मुख्य शाही स्नान के बाद अखाड़ों की छावनियों में कोरोना का कहर तेजी से अपना असर दिखाने लगा है। हरिद्वार में कोरोना गाइडलाइंस के घोर उल्लंघन का असर अब दिखने लगा है, अब कोरोना संक्रमित संत-संन्यासियों की लिस्ट सामने आने लगी है। हरिद्वार में आज 16 अप्रैल को पिछले 24 घंटे में 629 कोरोना से संक्रमित मिले हैं, जिसमें 153 श्रद्धालु भी शामिल हैं, इन श्रद्धालुओं की पहचान स्क्रीनिंग सेंटर्स में ही कर ली गई है। पिछले 24 घंटे में जूना निरंजनी और आह्वान अखाड़े में 9 संत कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि संन्यासी अखाड़ों और बैरागी शिविरों में अब तक 50 संत कोरोना से संक्रमित मिले हैं, कुंभ मेले में अब तक संतों समेत 2483 श्रद्धालु कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
रेंडम सेंपलिंग में तेजी लाई जा रही है- सीएमओ
हरिद्वार के सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि शाही स्नान के बाद रेंडम सेंपलिंग में तेजी लाई जा रही है, टीम भी बढ़ा दी गई है और रफ्तार भी बढ़ा दी गई है। हालांकि, इसका किसी के पास जवाब नहीं है कि आखिर कुंभ में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन क्यों नहीं कराया जा रहा है। कुंभ मेले के आईजी का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने से भगदड़ मच सकती है।
कोरोना के बढ़ते संकट के बीच अखाड़ों में छिड़ी जंग
कोरोना के बढ़ते संकट के बीच अखाड़ों में ये जंग छिड़ गई है। कुछ अखाड़ों ने अपनी ओर से कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी है, लेकिन बैरागी अखाड़े का कहना है कि कोरोना संन्यासी अखाड़ों से फैला है, बैरागी अखाड़े ने इसे नहीं फैलाया है, ऐसे में कोई भी एक या दो अखाड़े कुंभ खत्म करने का फैसला नहीं कर सकते हैं। बैरागी अखाड़े के अलावा निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास का भी बयान आया है। महंत राजेंद्र दास का कहना है कि कुंभ में बढ़ते संक्रमण के लिए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि जिम्मेदार हैं।
कुछ अखाड़ों ने छावनी बंद करने का लिया निर्णय
ध्यान रहे कि पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा और तपो निधि श्रीआनंद अखाड़ा ने कुंभ मेले में अपनी छावनियां बंद करने का निर्णय लिया है, दोनों अखाड़ों ने 17 अप्रैल से अपनी-अपनी छावनियां बंद करने का निर्णय किया है। माना जा रहा है कि दोनों अखाड़ों ने देशभर के साथ ही हरिद्वार में भी कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बाद यह फैसला लिया है।
महामंडलेश्वर कपिल देव की कोरोना से हुई थी मौत
गौरतलब है कि कुंभ मेले में मध्य प्रदेश से आए निर्वाणी अखाड़ा के महामंडलेश्वर कपिल देव की कोरोना संक्रमण की वजह से 13 अप्रैल को निधन हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, महामंडलेश्वर कपिल देव के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उन्हें देहरादून के कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। बताया जा रहा है कि महाकुंभ मेले के दौरान होने वाली यह किसी संत की पहली मौत है।