वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के बीच दिल्ली के लिए अभी सबसे बुरी खबर का अंदेशा है। आने वाले दिनों में दिल्ली बन सकता है भारत में कोरोना महामारी का सबसे बड़ा केंद्र।
दिल्ली में पॉजिटिव केसों की संख्या 445 हुई
वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के बीच दिल्ली के लिए अभी सबसे बुरी खबर का अंदेशा है, हो सकता कुछ दिनों में दिल्ली भारत में कोराना महामारी का सबसे बड़ा केंद्र बन जाए। दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या आज चार सौ का आंकड़ा पार करके अब 445 पहुंच गया है।
दिल्ली में विदेश यात्रा तथा मरकज के 405 लोग कोरोना पॉजिटिव
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बताया कि दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या अब तक कुल 445 हो गई है। उन्होंने बताया कि कुल 445 कोरोना पॉजिटिव केस में सिर्फ 40 पॉजिटिव केस ही ऐसे हैं, जो एक-दूसरे के संपर्क में आने के कारण हुआ है तथा बाकी के पॉजिटिव केस विदेश यात्रा तथा तबलीगी जमात के मरकज से जुड़े हुए लोगों का है। केजरीवाल ने कहा कि कोरोना केस का देखरेख मैं खुद कर रहा हूं, मुझे भरोसा है कि दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल नहीं रहा है तथा स्थिति नियंत्रण में है।
मरकज में शामिल 2300 लोगों का बाकी है कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आना
केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में कोरोना महामारी से अब तक 6 लोगों की मौत हुई है, इनमें 5 लोगों की आयु 60 से ज्यादा थी। उन्होंने कहा कि निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में शामिल 500 लोग अभी हॉस्पिटल में भर्ती हैं, जबकि 1800 लोग क्वारंटाइन में है, इन सभी 2300 लोगों का कोरोना टेस्ट हो चुका है, ऐसे में हो सकता है इन सभी के टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद दिल्ली में एकाएक कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ जाए। ध्यान देने की बात है अगर मुख्यमंत्री केजरीवाल के बयान के मुताबिक, तबलीगी जमात के मरकज में शामिल इन 2300 लोगों का कोरोना टेस्ट रिपोर्ट अगर ज्यादातर पॉजिटिव हुआ, तो दिल्ली देश का सबसे बड़ा कोरोना केंद्र के रुप में उभरेगा, अभी तक दिल्ली से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस सिर्फ महाराष्ट्र में है जहां इसकी संख्या 490 है। गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 3 हजार को पार कर गई है, जबकि मरने वालों की संख्या करीब 77 पहुंच चुकी है।