ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की है, आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावकारी आवाज हैं।
ब्रिक्स की अध्यक्षता करना खुशी की बात- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज 9 सितंबर को पांच देशों के समूह ब्रिक्स (BRICS) के सालाना शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई। वर्चुअल तरीके से आयोजित होने वाले इस ब्रिक्स के 13वें शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता करना हमारे लिए खुशी की बात है। ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक में ब्रिक्स ने कई उपलब्धियां हासिल की है, आज हम विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक प्रभावकारी आवाज हैं, विकासशील देशों की प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए भी यह मंच उपयोगी रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ पर इस समिट की अध्यक्षता करना मेरे और भारत के लिए खुशी की बात है, आज की इस बैठक के लिए हमारे पास विस्तृत एजेंडा है।
हमने काउंटर टेरिरज्म एक्शन प्लान अडॉप्ट किया- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो, भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए जो थीम चुना है, वह यही प्राथमिकता दर्शाता है- ‘ब्रिक्स @15: निरंतरता, समेकन और आम सहमति की खातिर अंतर-ब्रिक्स सहयोग।’ उन्होंने कहा कि यह भी पहली बार हुआ कि ब्रिक्स ने ‘मल्टीलिटरल सिस्टम्स की मजबूती और सुधार’ पर एक साझा पोजिशन ली, हमने ब्रिक्स ‘काउंटर टेरिरज्म एक्शन प्लान’ भी अडॉप्ट किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हाल ही में पहले ‘ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन’ का आयोजन हुआ, तकनीक की मदद से हेल्थ एक्सेस बढ़ाने के लिए यह एक इनोवेटिव कदम है, नवंबर में हमारे जल संसाधन मंत्री ब्रिक्स फॉर्मेट में पहली बार मिलेंगे।
BRICS- 5 सबसे बड़े विकासशील देशों का समूह
गौरतलब है कि BRICS (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) में दुनिया के 5 सबसे बड़े विकासशील देश हैं, जो वैश्विक आबादी के 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार के 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का विषय है- ‘ब्रिक्स @15: निरंतरता, समेकन और आम सहमति की खातिर अंतर-ब्रिक्स सहयोग।’