प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार यानि 28 मई 2023 को नए संसद भवन का इनॉगरेशन किया। प्रधानमंत्री मोदी धोती-कुर्ते में सुबह 7:30 बजे नए संसद भवन पहुंचे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया और फिर हवन-पूजन में बैठे। प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में सावरकर के चित्र पर भी फूल चढ़ाए। आज सावरकर की जयंती है। पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सेंगोल को साष्टांग प्रणाम किया, फिर तमिलनाडु से आए संतों ने इसे प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा, इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सेंगोल को सदन में स्पीकर की कुर्सी के बगल में स्थापित किया। इस मौके पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने श्रमयोगियों का सम्मान किया, सर्वधर्म सभा भी हुई। सेंगोल स्थापना के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि आज का दिन हम सभी देशवासियों के लिए अविस्मरणीय है, नया संसद भवन हम सभी को गर्व और उम्मीदों से भर देने वाला है।
PM मोदी 75 रुपए का सिक्का जारी किया
इनॉगरेशन प्रोग्राम के दूसरे सेशन में सदन में सांसद और अतिथि मौजूद थे। इन्हें सेंगोल पर बनी फिल्म दिखाई गई और प्रधानमंत्री मोदी ने 75 रुपए का सिक्का जारी किया, इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी की स्पीच हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नए संसद भवन को बनाने में श्रमिकों ने पसीना बहाया है, हम सभी सांसद को अपने कार्य के प्रति समर्पण से इस भवन को दिव्य बनाना है।
PM मोदी की 29 मिनट की स्पीच की बड़ी बातें-
1. सेंगोल की स्थापना पर
सेंगोल को लेकर छिड़े बयानों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने इसका महत्व बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- महान चोल साम्राज्य में सेंगोल को कर्तव्य पथ का, सेवा पथ का, राष्ट्र पथ का प्रतीक माना जाता था, ये सौभाग्य है कि पवित्र सेंगोल को हम उसकी गरिमा लौटा सके हैं, उसकी मान-मर्यादा लौटा सके हैं, जब भी कार्यवाही शुरू होगी, ये सेंगोल सभी को प्रेरणा देता रहेगा।
2. विपक्ष के विरोध पर
नए संसद भवन का कांग्रेस समेत 21 पार्टियों ने बायकॉट किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी चर्चा तो नहीं की, लेकिन उन्होंने कहा कि नया संसद भवन समय की मांग थी, मुझे खुशी है कि भव्य इमारत आधुनिक सुविधाओं से लैस है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान एक कविता भी सुनाई- मुक्त मातृभूमि को नवीन पान चाहिए, नवीन पर्व के लिए नवीन प्राण चाहिए, मुक्त गीत हो रहा, नवीन राग चाहिए…।
3. सांसदों को नसीहत भी दी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- जब संसद के इस नए भवन में अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करेंगे तो देशवासियों को नई प्रेरणा मिलेगी, अब हम सभी सांसदों का दायित्व है कि इसे अपने समर्पण से और ज्यादा दिव्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी 140 करोड़ भारतीयों का संकल्प ही इस नई संसद की प्राण प्रतिष्ठा है, यहां होने वाला हर निर्णय आने वाली पीढ़ियों को सशक्त करने वाला होगा।