
उत्तर प्रदेश के कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में अब तक 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी है और 36 लोगों की पहचान भी कर ली गई है। कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी की तलाश जारी है।
हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात की तलाश जारी
कानपुर में 3 जून 2022 को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस को जफर हयात हाशमी नाम के शख्स की तलाश है। पुलिस ने हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली है। बताया जा रहा है कि हिंसा से पहले मौलानाओं की बैठक भी हुई थी। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पुलिस सख्ती से मामले की जांच में जुटी हुई है। इस मामले में 18 लोगों की गिरफ्तार किया गया है, वहीं अब तक 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी है तथा 36 लोगों की पहचान भी की जा चुकी है।
अभी स्थिति सामान्य है- पुलिस आयुक्त
कानपुर हिंसा के मामले में कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने जानकारी दी है कि अभी स्थिति सामान्य है, सभी जगह पर सुरक्षाबल तैनात हैं, 3 एफआईआर दर्ज हो चुकी है, इसमें 36 लोगों की पहचान भी की जा चुकी है, अभी भी हमारे पास बरामद फोटो से अन्य लोगों की पहचान की जा रही है, उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।
आरोपियों पर लगेगा गैंगस्टर एक्ट- पुलिस आयुक्त
पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने कहा कि जल्द ही सभी साजिशकर्ता और मौके पर मौजूद लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनकी प्रॉपर्टी को भी जब्त किया जाएगा। एनएसए के तहत कार्रवाई होगी ताकि माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
जानिए…क्या है मामला?
ध्यान रहे कि 3 जून 2022 को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विरोध में दुकानों को बंद करवाना चाह रहे थे, इसके विरोध में विवाद पैदा हो गया और इस दौरान सड़क पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए, इसे काबू में करने के लिए कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। दरअसल, हिंसा के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर में ही थे। अब इस मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है।