
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने आज 28 सालों के बाद अयोध्या में रामलला के दर्शन किए तथा राम मंदिर निर्माण से जुड़े कार्यों का जायजा लिया और कहा कि आज से राम मंदिर निर्माण का कार्य भी आरंभ हो चुका है।
महंत नृत्य गोपाल दास ने 28 सालों के बाद रामलला के दर्शन किए
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने आज यानि 25 मई को 28 सालों के बाद अयोध्या में रामलला के दर्शन किए तथा राम मंदिर निर्माण से जुड़े कार्यों का जायजा लिया और कहा कि आज से राम मंदिर निर्माण का कार्य भी आरंभ हो चुका है। इस दौरान महंत नृत्य गोपाल दास ने बताया कि उन्हें रामलला के दर्शन करके बहुत ही आनंद की अनुभूति हुई है। उन्होंने कहा कि रामलला का दरबार बहुत ही पवित्र स्थान है, यहां पर दर्शन करने सभी को आना चाहिए।
राम मंदिर पहले भी था और आज भी है- महंत नृत्य गोपाल दास
ध्यान रहे कि महंत नृत्य गोपाल दास राम मंदिर आंदोलन से बड़े समय से जुड़े रहे हैं, वह राम जन्मभूमि के अहम पदों पर आसीन रह चुके हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष पद पर आसीन होने से पहले महंत नृत्य गोपाल दास राम जन्मभूमि न्यास के भी अध्यक्ष रहे हैं। राम जन्मभूमि पर चल रहे विकास कार्य और समतलीकरण के दौरान निकले मंदिर के अवशेषों पर महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि राम मंदिर पहले भी था और आज भी है, इससे उन लोगों को करारा जवाब भी मिल गया है, जो इस जगह पर मस्जिद की मौजूदगी की बात कर रहे थे।
शीघ्र ही मंदिर निर्माण के लिए कार्यों को तीव्रता दी जाएगी- महंत नृत्य गोपाल दास
महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि शीघ्र मंदिर निर्माण के लिए कार्यों को तीव्रता दी जाएगी, योग्य तथा अनुभवी श्रमिकों के साथ ही शिल्पकारों की कुशल टीम बनाई जाएगी, संपूर्ण परिसर को सुंदर और रमणीक स्थल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश का प्रत्येक रामभक्त संकल्प के साथ मंदिर निर्माण के लिए सहयोग कर रहा है, मंदिर के निर्माण में धन की कमी नहीं होगी रामलला के भक्त लॉकडाउन हटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
चंपत राय ने महंत नृत्य गोपाल दास का स्वागत किया
महंत नृत्य गोपाल दास के राम मंदिर परिसर में पहुंचने पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने उनका स्वागत किया। रामलला के दर्शन के बाद महंत नृत्य गोपाल दास परिसर में चल रहे समतलीकरण का कार्य और उससे निकलने वाले पुरातात्विक अवशेषों को देखा। ध्यान रहे कि 11 मई से लगातार परिसर मे समतलीकरण का काम किया जा रहा है, इस दौरान अनेक प्राचीन पत्थरों का निकलना लोगों में कौतुहल का विषय बना है।