
ब्रिटेन में आज से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉफ्रेंस इंडिया ग्लोबल वीक, 2020 की शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कॉफ्रेंस का वर्चुअल उद्घाटन किया तथा संबोधित भी किया।
मोदी ने इंडिया ग्लोबल वीक, 2020 का वर्चुअल उद्घाटन किया
ब्रिटेन में आज यानि 9 जुलाई से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉफ्रेंस इंडिया ग्लोबल वीक, 2020 की शुरुआत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कॉफ्रेंस का वर्चुअल उद्घाटन किया तथा संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कॉफ्रेंस को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना वायरस महामारी का असर भारत समेत दुनिया के सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ भारत लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर वैश्विक महामारी कोरोना के साथ लड़ाई लड़ रहा है, तो दूसरी ओर हमारा इतना ही ध्यान देश की अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य पर भी है।
भारत दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, हम भारत में आने और अपनी उपस्थिति स्थापित करने के लिए सभी वैश्विक कंपनियों के लिए एक रेड कार्पेट बिछा रहे हैं, आज भारत जिस तरह के अवसर प्रदान कर रहा है, बहुत कम देश इस तरह के अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में बनी वैक्सीन दुनियाभर में बच्चों को लगाई जाने वाली वैक्सीन जरूरतों के दो-तिहाई हिस्से को पूरा करती हैं, आज हमारी कंपनियां कोविड-19 वैक्सीन के विकास और उत्पादन के लिए अतंरराष्ट्रीय प्रयासों में सक्रियता से काम कर रही हैं, मुझे यकीन है कि एक बार खोज के बाद वैक्सीन के उत्पादन और विकास में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
भारत ने दवाईयों की लागत कम करने में अग्रणी भूमिका निभाई है– मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी ने एक बार फिर दिखाया है कि भारत की दवा इंडस्ट्री सिर्फ भारत के लिए ही संपदा नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए भी है, भारत ने दवाईयों की लागत कम करने में अग्रणी भूमिका निभाई है, खासतौर से विकासशील देशों के लिए। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब स्वयं तक सीमित होना या दुनिया के लिए बंद हो जाना नहीं है, इसका मतलब सेल्फ सस्टेनिंग तथा सेल्फ जेनरेटिंग होना है।
भारत की प्रतिभा-बल के योगदान को दुनिया ने देखा है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया भर में आपने भारत की प्रतिभा-बल के योगदान को देखा है, भारतीय टेक उद्योग और तकनीकी पेशेवरों को कौन भूल सकता है, वे दशकों से दुनिया को रास्ता दिखा रहे हैं, भारत प्रतिभा की शक्ति वाला घर है जो योगदान देने के लिए उत्सुक है। उन्होंने कहा कि भारतीय प्राकृतिक सुधारक हैं, इतिहास बताता है कि भारत ने हर चुनौती को पार कर लिया है, चाहे वह सामाजिक हो या आर्थिक।