गुजरात की गांधीनगर की अदालत ने आज शिष्या से रेप में मामले में स्वयंभू बाबा आसाराम बापू को दोषी करार दिया है। कोर्ट कल फैसला सुनाएगा। आसाराम के खिलाफ यह मामला 2013 में दर्ज किया गया था। अदालत ने सबूतों के अभाव में आसाराम की पत्नी समेत 6 अन्य आरोपियों को बरी कर दिया।
आसाराम दोषी करार, 6 आरोपी बरी
गांधीनगर सेशन कोर्ट ने आज 30 जनवरी 2023 को आसाराम बापू के खिलाफ रेप के मामले में फैसला सुनाया। आसाराम को 2013 के रेप केस में दोषी करार दिया गया है, इसके अलावा अन्य आरोपियों को बरी कर दिया गया है। आसाराम समेत कुल 7 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसमें आसाराम को छोड़कर सभी आरोपी जमानत पर रिहा हो गए थे। सत्र गांधीनगर सेशन कोर्ट के न्यायाधीश डीके सोनी कल मंगलवार यानि 31 जनवरी 2023 को सजा सुनाएंगे।
आसाराम के हस्ताक्षर भी लिए गए थे
ध्यान रहे कि अगस्त 2022 में गांधीनगर कोर्ट में रेप केस को लेकर आसाराम समेत आरोपियों के बयान लिए गए थे, जिसमें जोधपुर जेल में बंद आसाराम वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए गांधीनगर सत्र न्यायालय में पेश हुए। कोर्ट कमीशन ने जोधपुर कोर्ट जाकर आसाराम के हस्ताक्षर भी लिए थे।
इस समय जोधपुर जेल में बंद हैं आसाराम
आसाराम इस समय जोधपुर जेल में बंद हैं, क्योंकि उसे एक अन्य बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया है। गांधीनगर कोर्ट में चल रहे मामले में आसाराम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जा रहा है। रेप के एक मामले में आसाराम 8 साल से जेल में हैं। कुछ समय पहले उनकी ओर से जमानत भी मांगी गई थी, लेकिन कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज कर दी थी।
क्या था इस केस का पूरा मामला
गौरतलब है कि 2001 में सूरत की 2 युवतियों ने आसाराम पर रेप का आरोप लगाया था। आसाराम के साथ उनके बेटे नारायण साईं पर भी रेप का आरोप लगा था। 6 अक्टूबर 2013 को मामला दर्ज किया गया था, यह जब यह घटना साल 2001 में हुई थी, सरकार की ओर से 55 गवाहों का परीक्षण कराया गया, सभी गवाहों के बयानों में विरोधाभास पाया गया। इस घटना में कुल 8 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया था और उनमें से 1 को गवाह बनाया गया था, इसके अलावा 7 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी।