केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से संबंधित संसदीय समिति की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से खुलासा किया गया है कि कोरोना वैक्सीन के 2 डोज ले चुके लोगों को अगले 9 महीने तक तीसरे डोज लेने की कोई जरूरत नहीं है।
दुनियाभर में बूस्टर डोज की मांग तेजी से बढ़ी
कोरोना वायरस के लगातार सामने आ रहे नए-नए वेरिएंट खासकर ओमीक्रॉन वेरिएंट के खतरनाक तेवर को देखते हुए दुनियाभर में बूस्टर डोज की मांग तेजी से बढ़ी है और भारत में भी बूस्टर डोज की अनुमति दिए जाने की पुरजोर मांग की जा रही है, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया कि दोनों डोज लेने वालों के लिए अगले 9 महीने तक तीसरी डोज लेने की जरुरत नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से संबंधित संसदीय समिति की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से खुलासा किया गया है कि कोरोना वैक्सीन के 2 डोज ले चुके लोगों को अगले 9 महीने तक तीसरे डोज लेने की कोई जरूरत नहीं है, ये बूस्टर डोज नहीं बल्कि तीसरा डोज कहलाएगा।
भारत में तीसरे डोज को लेकर अभी कोई पॉलिसी नहीं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक तीसरे डोज को लेकर कोई पॉलिसी नहीं बनी है, स्वास्थ्य मंत्रालय ने समिति को यह भी बताया कि बच्चों को वैक्सीन देने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है बल्कि उस पर अभी भी रिसर्च जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने समिति को बताया कि उनका पूरा फोकस जीनोम सिक्वेंसिंग पर है और इस पर लगातार रिसर्च चल रहा है। संसदीय समिति ने ओमीक्रॉन मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किए जा रहे कामों पर संतोष व्यक्त किया और कामकाज की जमकर तारीफ भी की, समिति के सदस्यों ने पिछले 14 दिनों में ओमीक्रॉन के रोकथाम पर जो स्टेप उठाए गए उसकी तारीफ भी की।
देश में अब तक 5 राज्यों में ओमीक्रॉन के 23 मामले
दक्षिण अफ्रीका में ओमीक्रॉन वेरिएंट की पहचान के बाद से दुनियाभर में यह वेरिएंट तेजी से अपने पैर पसार रहा है। भारत में ओमीक्रॉन का पहला मामला पिछले हफ्ते ही सामने आया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले हफ्ते बताया था कि कर्नाटक से ओमीक्रॉन वेरिएंट के 2 मामले सामने आए हैं, लेकिन अब ओमीक्रॉन के मामले कई अन्य राज्यों में फैल चुका है। देश में ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले सबसे पहले कर्नाटक में सामने आए थे, लेकिन अब यह फैलते हुए 5 राज्यों में पहुंच गया है, अब तक देशभर में ओमीक्रॉन वेरिएंट के कुल 23 मामले सामने आ चुके हैं। ओमीक्रॉन के सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में आए हैं और यहां पर अब तक 10 केस दर्ज हो चुके हैं। महाराष्ट्र के बाद राजस्थान में सबसे ज्यादा 9 केस आ चुके हैं, इसके अलावा कर्नाटक में 2 तो दिल्ली और गुजरात में 1-1 मामले पाए गए हैं। पूरे विश्व के 57 देशों में ओमीक्रॉन के 2303 मामले पाए गए हैं, अब तक सबसे ज्यादा ओमीक्रॉन के मामले डेनमार्क में 700 से ज्यादा केस पाए गए हैं।
विदेश में बूस्टर डोज ले रहे हैं अमीर भारतीय
ओमीक्रॉन वेरिएंट के खतरे के बीच केंद्र सरकार की ओर से अभी तक बूस्टर डोज को लेकर कोई अनुमति नहीं मिली है, लेकिन अब खबर है कि बूस्टर डोज को लेकर अनुमति नहीं मिलने के कारण कई अमीर भारतीय विदेश जाकर बूस्टर डोज ले रहे हैं। खबर है कि कई भारतीय अमेरिका और ब्रिटेन समेत विदेश में कई जगह जाकर बूस्टर टीका लगवा रहे हैं। देश में ओमीक्रॉन के खतरे से निपटने के लिए वैक्सीन की बूस्टर खुराक की मांग जोर पकड़ रही है, महाराष्ट्र के कई मंत्रियों समेत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) पहले ही केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बूस्टर डोज देने का अनुरोध कर चुका है।
2 डोज के बाद 9 महीने तक तीसरे डोज की जरूरत नहीं
आईएमए पुणे चैप्टर के डॉक्टर संजय पाटिल कह चुके हैं कि अब तक के अध्ययन से पता चला है कि एक समय के बाद वैक्सीन का असर काफी कम हो जाता है। हालांकि, बू्स्टर डोज की मांग के बीच सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से संबंधित संसदीय समिति की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया है कि कोरोना वैक्सीन का 2 डोज ले चुके लोगों को अगले 9 महीने तक तीसरे डोज लेने की जरूरत नहीं है, ये बूस्टर डोज नहीं बल्कि तीसरा डोज कहलाएगा।