
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के अवसर पर प्रधामंत्री संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे। पहले इसे नेहरू संग्रहालय भवन कहा जाता था, लेकिन अब यही संग्रहालय प्रधानमंत्री संग्रहालय बन गया है। दरअसल, मार्च 2022 में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट मीटिंग में नेहरू संग्रहालय को प्रधानमंत्री संग्रहालय में बदलने का निर्णय लिया गया था।
PM मोदी करेंगे प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन
देश के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों को समर्पित ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ (Pradhanmantri Sangrahalaya) बनकर तैयार हो चुका है। 217 करोड़ रुपए की लागत से बने प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के मौके पर खास कार्यक्रम के जरिए इस संग्रहालय का उद्घाटन किया जाएगा। ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ में पूर्व प्रधानमंत्रियों की पुरानी फोटोज, वीडियो क्लिप, समाचार पत्र, इंटरव्यू, भाषण, मूल लेख जैसी चीजें प्रदर्शित की जाएंगी। यह संग्रहालय तीन मूर्ति भवन में नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय से सटे 10000 वर्ग मीटर की जगह पर बना है।
14 अप्रैल को होगा प्रधामंत्री संग्रहालय का उद्घाटन
सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार में वरिष्ठ सलाहकार कंचन गुप्ता ने इस बारे में एक ट्विट कर जानकारी भी दी है। कंचन गुप्ता ने ट्विट में लिखा है कि इस प्रधामंत्री संग्रहालय का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को करेंगे, पहले इसे नेहरू संग्रहालय भवन कहा जाता था। प्रधानमंत्री संग्रहालय में 14 पूर्व प्रधानमंत्रियों से जुड़ी यादों को सहेजा गया है। इस संग्रहालय से जुड़ी जानकारियां पूर्व नेताओं के परिवारजनों और परिचितों से पूछकर एकत्रित की गई हैं।
संग्रहालय में किया गया है नई तकनीकों का भी इस्तेमाल
एएनआई की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री संग्रहालय में स्वतंत्रता संग्राम से लेकर संविधान निर्माण तक की कहानी को बयां किया जाएगा, साथ ही यह जानकारी भी दी जाएगी कि कैसे देश के सभी प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न चुनौतियों का सामना करके इस देश के विकास में अहम भूमिका निभाई। इस संग्रहालय की डिजाइन को उभरते भारत थीम पर तैयार किया गया है, साथ ही संग्रहालय में सूचनाएं देने के लिए नई तकनीकों का भी इस्तेमाल किया गया है। होलोग्राम, वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी, मल्टी-टच, मल्टी-मीडिया, स्मार्टफोन एप्लिकेशन, इंटरेक्टिव स्क्रीन, इंटरेक्टिव कियोस्क, कम्प्यूटरीकृत काइनेटिक मूर्तियां आदि शामिल किए गए हैं।