
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू देशव्यापी लॉकडाउन-2 के दौरान देशभर के खुदरा व्यापारी थाली, घंटी तथा शंख बजाकर केंद्र की मोदी सरकार के निर्णय का विरोध करेंगे। देशभर के खुदरा व्यापारी 19 अप्रैल को शाम 7 बजे थाली, घंटी तथा शंख बजाकर मोदी सरकार का विरोध करेंगे।
खुदरा व्यापारी 19 अप्रैल की शाम 7 बजे बजाएंगे थाली, घंटी तथा शंख
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू देशव्यापी लॉकडाउन-2 के दौरान देशभर के खुदरा व्यापारी 19 अप्रैल को शाम 7 बजे अपने घर में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए थाली, घंटी तथा शंख बजाकर केंद्र की मोदी सरकार के निर्णय का विरोध करेंगे। ध्यान रहे कि देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों को ऑनलाइन सामान बिक्री की छूट दिए जाने का विरोध गहराता जा रहा है, इससे नाराज होकर खुदरा दुकानदारों का कहना है कि 20 अप्रैल, 2020 से ऑनलाइन गैर आवश्यक वस्तुओं की बिक्री को छूट दिया जाना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है, यह देशभर के खुदरा व्यापार को खत्म करने की साजिश है, इसलिए खुदरा दुकानदारों ने मोदी सरकार के इस फैसले का शांतिपूर्वक विरोध करने का निर्णय लिया है।
20 अप्रैल से गैर आवश्यक वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री की अनुमति
एफएआईवीएम यानि फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महामंत्री वी के बंसल ने आज कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन को सफल बनाने में देशभर के खुदरा व्यापारियों का अभूतपूर्व योगदान रहा है तथा एक योद्धा की तरह 130 करोड़ देशवासियों को आवश्यक सामान उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे गैर जरूरी वस्तुओं का कारोबार करने वाले व्यापारी भी इस दौरान वंचित वर्ग को लगातार भोजन आदि की व्यवस्था कर रहे हैं तथा अपने राष्ट्र धर्म का निर्वहण कर रहे हैं, लेकिन यह अफसोस की बात कि केंद्र सरकार ने घरेलू खुदरा व्यापारियों के हितों की अनदेखी कर विदेशी स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनियों को 20 अप्रैल से गैर आवश्यक वस्तुओं को ऑनलाइन बिक्री करने की अनुमति दे दी है।
पहले से ही सामानों का स्टॉक है खुदरा व्यापारियों के पास
वी के बंसल ने कहा कि पहले तो देश की अर्थव्यवस्था की सुस्ती के चलते, फिर कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन तथा बंद व्यापार में भी कर्मचारियों का वेतन, बिजली एवं अन्य खर्च उठाने के कारण घरेलू खुदरा कारोबारी पहले से ही संकटग्रस्त है, ऐसे में केंद्र सरकार के इस कदम से और तबाही हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी गर्मी के सीजन को देखते हुए खुदरा व्यापारियों ने एसी, कूलर, फ्रीज, पंखे, मोबाइल फोन, लैपटॉप, रेडीमेड गारमेंट्स तथा दूसरे सामानों का पूरे सीजन के लिए स्टॉक खरीद कर अपने गोदाम में रख लिए हैं, लेकिन देशव्यापी लॉकडाउन के चलते उसे बेच नहीं पा रहे हैं, यदि ई-कॉमर्स कंपनियों ने लॉकडाउन के दौरान यह सब सामान बेचेगा तो फिर देशभर के खुदरा व्यापारियों से बाद में कौन सामान खरीदेगा?
विदेशी स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स कंपनियों के बिक्री पर लगे रोक
वी के बंसल ने कहा कि देशभर के सभी ट्रेड एसोसिएशन एवं व्यापार मंडल के परिसंघ, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल का कहना है कि विदेशी स्वामित्व वाले ई-कॉमर्स कंपनियों को अगले कुछ महीने तक किसी भी प्रकार के कारोबार की अनुमति प्रदान नहीं की जाए, साथ ही ग्रीन जोन में काम करने वाले खुदरा दुकानदारों को अपना सामान को बेचने के लिए अनुमति मिले।
भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 14,700 के पार, मरने वालों की संख्या 497 पहुंची
गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 14,700 को पार कर चुकी है, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2080 हो गई है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 497 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 22 लाख, 69 हजार को पार कर चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या करीब 1 लाख, 55 हजार पहुंच चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 7 लाख 10 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 37,100 हो चुकी है।