
भारतीय जनता पार्टी वरिष्ठ नेता व राज्यसभा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र की मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि ममता बनर्जी को क्यों रोम जाने से रोका गया।
ममता बनर्जी की रोम यात्रा को लेकर विवाद शुरू
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की रोम यात्रा को लेकर विवाद शुरू हो गया है। अब भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि आखिर ममता बनर्जी क्यों रोम जाने से रोका गया है। ध्यान रहे कि यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब ममता बनर्जी को केंद्र की मोदी सरकार ने अगले महीने अक्टूबर में रोम जाने के लिए अनुमति नहीं दी है।
किस कानून ने ममता को रोम जाने से रोका- सुब्रमण्यम
सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी के सरकार से पूछा है कि आखिर किस वजह से ममता बनर्जी को रोम जाने से रोका गया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्विट करके और पूछा कि ‘केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रोम में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने से क्यों रोका? किस कानून ने उसे जाने से रोका?’
ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
इससे पहले केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद ममता बनर्जी ने हमला बोला है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना। ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘आप मुझे रोक नहीं सकते, मैं विदेश जाने के लिए उत्सुक नहीं हूं, इसका संबंध राष्ट्र के सम्मान से था, आप (पीएम मोदी) हिंदुओं की बात करते रहें, मैं भी एक हिंदू महिला हूं, आपने मुझे अनुमति क्यों नहीं दी? आप जलते हैं।’ ममता बनर्जी ने कहा कि ‘हमें अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करनी है, भारत में ‘तालिबानी’ बीजेपी नहीं चल सकती… बीजेपी को हराने के लिए टीएमसी ही काफी है, ‘खेला’ भवानीपुर से शुरू होगा और पूरे देश में हमारी जीत के बाद खत्म होगा।’
ममता को विश्व शांति सम्मेलन में आमंत्रित किया गया
गौरतलब है कि ममता बनर्जी को ‘विश्व शांति सम्मेलन’ में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। दरअसल, इस साल अगस्त में ममता बनर्जी को रोम में स्थित कैथोलिक एसोसिएशन, सेंट एगिडियो के समुदाय के अध्यक्ष मैक्रो इम्पाग्लियाजो ने कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था, वह एकमात्र भारतीय हैं जिन्हें बुलाया गया था। पोप फ्रांसिस, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और मिस्र के अल-अलझर के सबसे बड़े इमाम एचई अहमद अल-तैयब समेत अन्य के 6-7 अक्टूबर 2021 के बीच होने वाले विश्व शांति सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है, ममता बनर्जी इसमें शामिल होने वाली थीं, लेकिन अब केंद्र सरकार के फैसले के बाद इस पर विवाद पैदा हो गया है।