राजद नेता व महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव ने रविवार को एक्स पर लिखा कि बिहार में अपराध पर नकेल कसने का ऐलान किया है। एनसीआरबी रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार अपराध के मामलों में शीर्ष पर है, लेकिन 14 नवंबर 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद तस्वीर बदलेगी। तेजस्वी ने दावा किया कि 18 नवंबर 2025 को बिहार में महागठबंधन की सरकार शपथ लेगी और खरमास में अपराधियों का खात्मा होगा।
18 नवंबर को वे सीएम पद की लेंगे शपथ- तेजस्वी
बिहार की राजनीति में इस वक्त चुनावी तापमान अपने चरम पर है। इसी बीच बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन के सीएम फेस तेजस्वी यादव का एक्स पर लिखा बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार अपराध में शीर्ष पर है, लेकिन 14 नवंबर 2025 को चुनाव परिणाम आने के बाद हालात बदल जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि 18 नवंबर 2025 18 नवंबर 2025 को बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी और वे सीएम पद की शपथ लेंगे। 26 नवंबर से 26 जनवरी 2026 तक अपराधियों का खात्मा किया जाएगा। तेजस्वी ने लिखा कि खरमास में सब अपराधियों का खात्मा हो जाएगा, किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
बिहार में धवस्त हुई कानून व्यवस्था- तेजस्वी
तेजस्वी का यह बयान केवल राजनीतिक घोषणा नहीं, बल्कि एनडीए सरकार के सुशासन वाले दावों पर सीधा सवाल है। एनसीआरबी की रिपोर्ट में बिहार हत्या, अपहरण और लूट जैसे गंभीर अपराधों के मामलों में शीर्ष राज्यों में शामिल है। विपक्ष लगातार यह आरोप लगाता रहा है कि भाजपा-जदयू गठबंधन की सरकार में कानून व्यवस्था बुरी तरह चरमरा चुकी है और जनता भय के साये में जी रही है।
खरमास की बात, बनाएगी चुनावी नैरेटिव
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी यादव ने खरमास का प्रतीक इस्तेमाल कर जनता के बीच एक सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव बनाने की कोशिश की है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, खरमास वह अवधि होती है, जब शुभ कार्य नहीं किए जाते, लेकिन तेजस्वी ने उसी को अपराधियों के सफाए के रूप में पेश किया। यह चुनावी नैरेटिव को एक नए अंदाज में पेश करने का प्रयास है, जो भयमुक्त बिहार की छवि से जुड़ता है।
आत्मविश्वास से लबरेज हैं तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव का यह ट्वीट उनके आत्मविश्वास को दर्शाता है और यह संकेत भी देता है कि वे खुद को अब नेक्स्ट जेनरेशन लीडर के रूप में स्थापित करना चाहते हैं, जो सामाजिक न्याय के साथ सुशासन और सुरक्षा दोनों की बात करता है। तेजस्वी का यह बयान बिहार की राजनीति में एक नया विमर्श लेकर आया है, जहां अपराध के खिलाफ सख्ती और शासन में पारदर्शिता को केंद्र में रखा गया है। आने वाले समय में यह ट्वीट महागठबंधन के चुनावी प्रचार का प्रमुख नारा बन सकता है।
