रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस को एक बड़ा झटका दिया है। मूडीज और फिच ने रूस की रेटिंग को घटाकर ‘कबाड’ की श्रेणी में डाल दिया है।
मूडीज और फिच ने रूस को डाला ‘कबाड’ श्रेणी में
रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच ने आज 3 मार्च को रूस की सरकारी साख को घटाकर ‘कबाड’ श्रेणी में डाल दिया है। रूस के यू्क्रेन पर हमले के मद्देनजर पश्चिमी देशों की गंभीर पाबंदियों के बाद यह कदम उठाया गया है। मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने रूस की दीर्घकालिक और अधिक असुरक्षित (स्थानीय और विदेशी मुद्रा) बॉन्ड रेटिंग को ‘बीएए3’ श्रेणी से ‘बी3’ में डाल दिया, वहीं फिच ने देश की रेटिंग को ‘बीबीबी’ से घटाकर ‘बी’ कर दिया और इसे ‘रेटिंग वॉच नेगेटिव’ यानि मौजूदा रेटिंग को लेकर नकारात्मक परिदृश्य के स्तर पर रखा है।
जोखिम दर्शाता है ‘कबाड़’ श्रेणी में रखना
रूस की रेटिंग को घटाकर ‘कबाड़’ श्रेणी में रखना जोखिम दर्शाता है, इसका मतलब है कि वित्तीय प्रतिबद्धताएं भले अभी पूरी हो रही हैं लेकिन देश उच्च कर्ज संबंधी जोखिम को लेकर नाजुक स्थिति में है। मूडीज ने एक बयान में कहा कि ‘रूस की रेटिंग को निचले स्तर तक घटाना, इसे और घटाने को लेकर नजर रखना यह सब पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गंभीर प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप है, इसके तहत रूस के केंद्रीय बैंक और कुछ अन्य बड़े वित्तीय संस्थानों पर पाबंदियां लगाई गई हैं।’
रूस के केंद्रीय बैंक पर सख्त प्रतिबंध लगाए गए
फिच रेटिंग्स ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों की गंभीरता ने वृहद-वित्तीय स्थिरता का जोखिम बढ़ा दिया है। युद्ध के कारण वित्तीय स्थिरता जोखिम में है और यह रूस की अपने सरकारी ऋण को चुकाने की क्षमता को कमजोर कर सकता है। पिछले हफ्ते जी-7 की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं ने रूस के केंद्रीय बैंक पर सख्त प्रतिबंध लगाए थे, रूस के बैंकों को स्विफ्ट (सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशंस) अंतर बैंकिंग प्रणाली से बाहर करने का भी फैसला किया ताकि रूस को वैश्विक कारोबार से अलग-थलग किया जा सके।