
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर कथित तोड़फोड़ और उपद्रव की एसआईटी से जांच की मांग पर दिल्ली हाई कोर्ट ने आज दिल्ली पुलिस को 2 सप्ताह के भीतर स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मांगा जवाब
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर हुए हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ मामले की सुनवाई करते हुए आज 1 अप्रैल 2022 को दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है। अदालत ने दिल्ली पुलिस से 2 हफ्ते के अंदर एक सील लिफाफे में स्थिति रिपोर्ट पेश करने के भी आदेश दिए हैं। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी संरक्षित रखने को कहा है। यह आदेश कार्यकारी चीफ जस्टिस विपिन सांघी और जस्टिस नवीन चावला की बेंच ने तब दिया है, जब उन्हें यह सूचित किया गया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है और उसने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।
सौरभ भारद्वाज ने दायर की थी याचिका
ध्यान रहे कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका में हमले और इसके अपराधियों के संबंध में एक स्वतंत्र, निष्पक्ष और समयबद्ध आपराधिक जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल के गठन का निर्देश देने की मांग की थी। याचिका में यह भी आरोप लगाया गया था कि हमला भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया था और ऐसा लगता है कि दिल्ली पुलिस की मौन भागीदारी के साथ किया गया था।
केजरीवाल ने दिया अपने घर पर हुए हमले पर बयान
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार यानि 31 मार्च को कथित तौर पर उनकी जान को खतरा होने के एक दिन बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी और कहा कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के खिलाफ उनकी टिप्पणी पर प्रदर्शनों के बीच भाजपा समर्थित प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके घर पर हमला किया गया था। केजरीवाल ने कहा था कि देश की सबसे बड़ी पार्टी, जो केंद्र में सत्ता में है, अगर इस तरह की गुंडागर्दी का सहारा लेती है, तो यह लोगों के बीच एक बुरा संदेश फैलाएगा, लोग सोचेंगे कि यह सही तरीका है, इस तरह आगे न बढ़ें। उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल उतना जरूरी नहीं है लेकिन देश महत्वपूर्ण है, मैं देश के लिए अपनी जान दे सकता हूं।
केजरीवाल को मारने की थी साजिश- सिसोदिया
इस घटना के दिन 30 मार्च को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केजरीवाल को मारने की साजिश का आरोप लगाया था। मनीष सिसोदिया ने कहा था कि चूंकि यह पंजाब चुनावों में अरविंद केजरीवाल को हरा नहीं सके, इसलिए भाजपा अब उन्हें (हत्या करना चाहता है) मारना चाहती है। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री आवास पर आज के हमले से पता चलता है कि भाजपा पुलिस की मदद से केजरीवाल को मारना चाहती है, हम इसके खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करेंगे।