
देश के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजय राघवन ने कहा कि भारत में करीब 30 ग्रुप कोरोना वायरस का टीका विकसित करने की कोशिश में लगे हुए हैं, जिनमें देश के बड़े उद्योग घरानों से लेकर शिक्षाविद् तक शामिल हैं।
30 ग्रुप कोरोना वायरस का टीका विकसित करने की कोशिश में लगे हैं- विजय राघवन
देश के पीएसए (प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर) यानि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजय राघवन ने आज को कहा कि भारत में करीब 30 ग्रुप कोरोना वायरस का टीका विकसित करने की कोशिश में लगे हुए हैं, जिनमें देश के बड़े उद्योग घरानों से लेकर शिक्षाविद् तक शामिल हैं। के विजय राघवन ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि इन 30 ग्रुप में से 20 ग्रुप बहुत तेज रफ्तार से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर टीका बनाने में करीब 10 साल लगते हैं, लेकिन दुनिया भर में कोरोना वायरस के लिए 1 साल के अंदर टीका बनाने के लक्ष्य के साथ काम हो रहा है।
सीएसआईआर-एआईसीटीई ने भी कोरोना के दवा बनाने के प्रयास शुरू किए हैं- विजय राघवन
विजय राघवन ने कहा कि नई दवा बनाना बहुत ही चुनौतीपूर्ण काम होता है तथा इसी तरह टीका बनाने में बहुत लंबा समय लगता है, कई प्रयास विफल हो जाते हैं और इस तरह आपको बहुत कोशिशें करनी होती हैं। उन्होंने कहा कि सीएसआईआर यानि वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद तथा एआईसीटीई ने भी कोरोना के दवा बनाने के प्रयास शुरू किए हैं।