बिहार में लाउडस्पीकर पर चल रही चर्चा के बीच आज आपसी सौहार्द का एक मामला सामने आया है। पटना में अजान के दौरान हनुमान मंदिर ने अपने लाउडस्पीकर बंद कर दिए तो मस्जिद ने भी भक्तों का ख्याल रखा।
मंदिर ने अजान के दौरान बंद किए लाउडस्पीकर
बिहार की राजधानी पटना में आज 1 मई 2022 को आपसी सौहार्द और भाईचारे का एक उदाहरण देखने को मिला। पटना के हनुमान मंदिर ने आज अजान के दौरान अपने लाउडस्पीकर बंद दिए। हनुमान मंदिर और जामा मस्जिद के बीच की दूरी करीब 50 मीटर है। वहीं एक-दूसरे के प्रति सम्मान दर्शाते हुए मस्जिद ने मंदिर में आने वाले भक्तों का ख्याल रखा। ध्यान रहे कि यह नजारा ऐसे समय पर देखने को मिला है जब राज्य में लाउडस्पीकर को लेकर चर्चा जोरों पर है।
जनक राम ने लाउडस्पीकर पर जताई थी आपत्ति
दरअसल, भाजपा बिहार में यूपी की तरह लाउडस्पीकर हटाने की मांग कर रही है। बिहार के नीतीश कुमार सरकार में मंत्री जनक राम ने मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर पर आपत्ति जताई थी तथा उन्होंने मस्जिद से लाउडस्पीकर के जरिए आने वाली तेज अजान पर रोक लगाने की बात कही थी। जनक राम ने कहा था कि जब होली, दिवाली पर डीजे और तेज गति वाले वाहन पर रोक लग सकती है तो मस्जिदों के लाउडस्पीकर से तेज आवाज में आने वाली अजान पर भी रोक लगाई जानी चाहिए, जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे इसकी शिकायत मिलती रहती है।
सभी को अपना धर्म मानने का पूरा अधिकार- नीतीश
हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राय इससे बिलकुल उलटा है। नीतीश कुमार का कहना है कि हमारे विचार से सभी वाकिफ हैं, हम कभी किसी भी धर्म में किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं करते हैं। इससे पहले नीतीश कुमार ने लाउडस्पीकर हटाने की बात को फालतू बताया था तथा उन्होंने कहा था कि बिहार में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर को हटाए जाने की बात का कोई मतलब नहीं है, सभी को अपना धर्म मानने का पूरा अधिकार है।