
वैश्विक महामारी कोविड-19 का कहर पूरी दुनिया समेत भारत में दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है, इसी बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के अंतिम दिन राष्ट्र के नाम संबोधन में देशव्यापी लॉक डाउन की अवधि को बढ़ाकर अब 3 मई तक कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले के बाद अब लोगों को रद्द हुई ट्रेनों के टिकट कैंसिल कराने पर उसका रिफंड देने के लिए 31 जुलाई, 2020 तक का समय मिलेगा।
टिकट कैंसिल कराने पर रिफंड अब 31 जुलाई तक
वैश्विक महामारी कोविड-19 का कहर पूरी दुनिया समेत भारत में दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है, इसी बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के अंतिम दिन राष्ट्र के नाम संबोधन में देशव्यापी लॉक डाउन की अलधि को बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा देशव्यापी लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने की घोषणा के बाद रेलवे बोर्ड में संबंधित अधिकारियों की तत्काल बैठक हुई, जिसमें फैसला लिया गया कि अब यात्रियों को रद्द हुई ट्रेनों के टिकट कैंसिल कराने पर उसका रिफंड देने के लिए 31 जुलाई, 2020 तक का समय मिलेगा, इससे पहले 23 मार्च, 2020 को भारतीय रेलवे ने कैंसिल टिकट का भुगतान लेने की समय सीमा को बढ़ाते हुए 3 महीने तक कर दिया था, उससे पहले 72 घंटे के अंदर रिफंड लेना पड़ता था।
काउंटर टिकट का रिफंड काउंटर पर ही मिलेगा
भारतीय रेलवे ने बताया कि देशव्यापी लॉक डाउन की बढ़ी हुई अवधि के दौरान जिन यात्रियों ने ट्रेनों का टिकट ऑनलाइन कराया है, उनका रिफंड अपने आप चला जाएगा, उनके पैसे उसी खाते में चले जाएंगे, जहां से भुगतान किया गया था, यदि किसी ने क्रेडिट या डेबिट कार्ड से भुगतान किया था तो, वहीं पैसे जाएंगे। अगर जिन लोगों ने ट्रेन यात्रा के लिए काउंटर टिकट कराया है, उन्हें टिकट कैंसिल करवाने के लिए काउंटर पर ही जाना होगा, लॉक डाउन खुलने के बाद टिकट काउंटर पर भीड़ ना बढ़े, इसके लिए ही टिकट कैंसिल करवाने की समय सीमा 31 जुलाई, 2020 तक बढ़ा दी गई है।
रिफंड की आखिरी तारीख आगे भी बढ़ सकती है
भारतीय रेलवे ने बताया कि जरूरत पड़ने पर रिफंड की आखिरी तारीख को और भी आगे बढ़ाया जा सकता है, यह कोरोना वायरस के संक्रमण पर कंट्रोल और लॉक डाउन पर निर्भर करेगा। ध्यान रहे अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या करीब 10,700 को पार कर चुकी है, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1226 हो गई है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 360 हो चुकी है।