
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कोरोना वैक्सीन की 20 लाख डोज ब्राजील को निर्यात करने के केंद्र की मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाया है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि अभी जब भारत की जनता को ही कोरोना वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाई है तो इसका निर्यात क्यों किया जा रहा है।
भारत ने दी ब्राजील को वैक्सीन भेजने की इजाजत
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आज 17 जनवरी को कहा कि भारत की पूरी जनसंख्या को टीका लगाए जाने से पहले कोरोना वैक्सीन के निर्यात की अनुमति क्यों दी गई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को ‘सभी के लिए कोरोना वैक्सीन’ मोदी सरकार की घोषित नीति होनी चाहिए। ध्यान रहे कि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना के 20 लाख वैक्सीन की मांग की थी, इसके बाद बाद भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन भेजने की इजाजत दे दी है।
20 लाख वैक्सीन की डोज दिया रहा है ब्राजील को
सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित कोविशील्ड वैक्सीन की 20 लाख डोज को ब्राजील ले जाने के लिए ब्राजील का एक विमान भारत पहुंच चुका है, इस बीच कांग्रेस ने इस फैसले पर सवाल उठाया है। रणदीप सुरजेवाला ने कोरोना वैक्सीन विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों धन्यवाद दिया पर यह भी कहा कि भारत ने यह आत्मनिर्भरता 4-6 वर्षों में अर्जित नहीं की है, यह आजादी के बाद 73 साल की मेहनत का नतीजा है कि आज दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान में गर्भवती माताओं-बच्चों सहित हम 40 करोड़ मुफ्त टीके प्रतिवर्ष देश के नागरिकों को लगाते हैं।
वैक्सीन की कीमतों पर सुरजेवाला ने उठाया सवाल
कोरोना वैक्सीन की कीमतों पर सवाल उठाते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नि:शुल्क कोरोना वैक्सीन किसे मिलेगी, कितने लोगों को नि:शुल्क कोराना वैक्सीन दी जाएगी, जनता को नि:शुल्क कोरोना वैक्सीन कहां से मिलेगी, इन सवालों के जवाब केंद्र सरकार को देने चाहिए। सुरेजवाला ने कहा कि भारत के ड्रग कंट्रोलर, वीजी सोमानी के मुताबिक, मोदी सरकार ने कोरोना वैक्सीन की 16.5 मिलियन (165 लाख) खुराकें मंगाई हैं, 5.5 मिलियन कोवैक्सीन एवं 11 मिलियन कोविशील्ड हर व्यक्ति को 2 खुराक दिए जाने पर यह वैक्सीन 82.50 लाख डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मियों आदि को ही दी जा सकेगी , जबकि मोदी सरकार दावा कर रही है कि पहले राउंड में वैक्सीन 3 करोड़ लोगों को दी जाएगी।
सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस बात का जवाब देने से कतरा रहे हैं कि भारत की बाकी जनसंख्या, यानि 135 करोड़ नागरिकों को कोरोना वैक्सीन कैसे मिलेगी और क्या यह वैक्सीन उनके लिए भी नि:शुल्क होगी। सुरजेवाला ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट भारत सरकार को 200 रुपए/खुराक की दर से वैक्सीन रही है, एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन ‘बिना कोई मुनाफा कमाए’ देने का वादा किया है, बेल्जियम के मंत्री ऐवा डे ब्लीकर के मुताबिक, उनके लिए एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की कीमत 1.78 यूरो (2.18 अमेरिकी डॉलर) यानि 158 रुपए है।
केंद्र सरकार 295 रुपए/खुराक में ले रही है कोवैक्सीन
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सवाल यह उठता है कि भारत सरकार सीरम इंस्टीट्यूट को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के लिए ज्यादा राशि यानि 200 रुपए क्यों दे रही है, जबकि उन्होंने वैक्सीन ‘बिना कोई मुनाफा कमाए’ देने का वादा किया है। कोवैक्सीन की कीमतों पर सवाल उठाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि कोवैक्सीन का उत्पादन भारत बायोटेक द्वारा किया जाता है, कोवैक्सीन भारत सरकार को 295 रुपए/खुराक में दे रही है।
सरकार कोवैक्सीन के लिए 95 रुपए ज्यादा दे रही है
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के सहयोग से कोवैक्सीन बनाई है, साथ ही ‘कोवैक्सीन’ को अनुमति पहले चरण में 375 प्रतिभागियों एवं दूसरे चरण में 380 प्रतिभागियों यानि कुल 755 प्रतिभागियों पर परीक्षण किए जाने के बाद दी गई, तीसरे चरण के परीक्षणों का अभी इंतजार है। सुरजेवाला ने कहा कि सवाल यह है कि मोदी सरकार भारत बायोटेक को इस वैक्सीन के लिए 95 रुपए ज्यादा क्यों दे रही है, जबकि इसका विकास भारत सरकार के स्वामित्व की आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने अपने अनुभव व विशेषज्ञता द्वारा किया है।