
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज दिल्ली-पंजाब नॉलेज शेयरिंग अग्रीमेंट पर साइन किया। इस अग्रीमेंट के पीछे मकसद है कि दोनों प्रदेश जिन भी क्षेत्रों में बेहतर कर रहे हैं उससे आकर दूसरे राज्य की सरकार सीखे और अपने प्रदेश में उस तकनीक को अप्लाई करें।
दिल्ली-पंजाब ने किया नॉलेज शेयरिंग अग्रीमेंट पर साइन
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 2 दिन के दिल्ली दौरे पर हैं जिसके दूसरे दिन यानि आज 26 अप्रैल 2022 को पंजाब सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक नॉलेज शेयरिंग अग्रीमेंट पर साइन किया है। इस अग्रीमेंट के तहत दोनों सरकारें एक-दूसरे से हर क्षेत्र में ज्ञान को साझा करेंगी। इसके पीछे मकसद है कि दोनों प्रदेश जिन भी क्षेत्रों में बेहतर कर रहे हैं उससे आकर दूसरे राज्य की सरकार सीखे और अपने प्रदेश में उस तकनीक को अप्लाई करें। इसके तहत हेल्थ, एजुकेशन और बिजली व अन्य क्षेत्रों में ज्ञान का आदान-प्रदान होगा।
अपनी तरह का यह अनोखा अग्रीमेंट होगा- केजरीवाल
इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह अपनी तरह का अनोखा अग्रीमेंट होगा जिसे दिल्ली और पंजाब की सरकारों ने साइन किया है, हम ऐसा नहीं कहते कि सिर्फ हमने ही अच्छा काम किया है, अपने-अपने समय पर कई राज्यों ने अच्छा काम किया लेकिन हमसे एक चूक हो गई कि हमने उनसे सीखा नहीं। केजरीवाल ने कहा कि हमने ये अग्रीमेंट इसलिए साइन किया है कि हम एक-दूसरे से सीखकर काम करेंगे तो हम सभी के लिए अच्छा होगा।
हर इंसान को स्टूडेंट रहना चाहिए- भगवंत मान
भगवंत मान कल यानि 25 अप्रैल 2022 से दिल्ली के दौरे पर हैं, उन्होंने यहां स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल देखे, अब यहां उन्हें जो अच्छा लगा वो पंजाब में लागू करेंगे। भगवंत मान ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हर इंसान को स्टूडेंट रहना चाहिए, सीखने के लिए तैयार रहना चाहिए, मैं सीएम बनने से पहले दुनिया के कई देशों में घूमा लेकिन जो आत्मविश्वास दिल्ली के बच्चों में देखा वही हम पंजाब के बच्चों में भी देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में 19 हजार के आसपास स्कूल हैं और 23 लाख के करीब बच्चे हैं।
पंजाब को दोबारा पंजाब बनाएंगे- भगवंत मान
भगवंत मान ने कहा कि हमारे पास स्कूलों और पंचायत की जमीन बहुत ज्यादा मात्रा में है, जिससे हम बड़े-बड़े स्कूलों के साथ ही उनमें बड़े प्ले ग्राउंड बना सकते हैं, पहले पंजाब खेलों के लिए जाना जाता था लेकिन सरकारों ने इनका हाल खराब कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब के अस्पतालों की हालत भी बहुत खराब है, कोरोना के वक्त जब मैं वेंटिलेटर आदि देना चाहते थे तो अस्पताल स्टाफ की कमी बताकर लेने से मना कर देते थे, लेकिन हमने कल दिल्ली के अस्पताल देखे जो बेहतरीन हैं और कोई भी आकर यहां इलाज करा सकता है, हमारा भी वादा है पंजाब की जनता से कि ऐसे ही अच्छे अस्पताल उन्हें देंगे। मान ने कहा कि यह ऐसा अग्रीमेंट है कि अगर पंजाब सरकार कृषि के क्षेत्र में कुछ अच्छा कर रही है तो दिल्ली सरकार के अधिकारी और मंत्री वहां से सीख सकते हैं, हमारा मकसद है ‘पंजाब को दोबारा पंजाब बनाना।’