
वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के बीच भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिए देश की अग्रणी डीआरडीओ ने कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए एक जैविक सूट तैयार किया है। इस जैविक सूट को डीआरडीओ ने सीम सीलिंग ग्लू के साथ तैयार किया है।
जैविक सूट को डीआरडीओ ने सीम सीलिंग ग्लू के साथ तैयार किया
वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट बीच भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिए देश की अग्रणी संस्था रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानि डीआरडीओ ने कोविड-19 से मुकाबला करने के लिए एक जैविक सूट तैयार किया है। इस जैविक सूट को डीआरडीओ ने सीम सीलिंग ग्लू के साथ तैयार किया है, जो मेडिकल, पारामेडिकल तथा दूसरे सुरक्षा कर्मियों को कोरोना वायरस से सुरक्षति रखेगा। इसकी जानकारी भारत के रक्षा मंत्रालय ने 2 अप्रैल, 2020 को दी। डीआरडीओ के प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिकों ने इसके लिए अपने तकनीकी ज्ञान का इस्तेमाल किया है ताकि वह कैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण को विकसित करने के लिए टेक्सटाइल, कोटिंग और नेनो टेक्नोलॉजी की दक्षता का उपयोग किया जाए, जिसमें कोटिंग के साथ विशेष प्रकार के कपड़े शामिल हों।
जैविक सूट स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्धारित मापदंडों को पूरा करता है
इस जैविक सूट को टेक्सटाइल्स उद्योग की मदद से तैयार किया गया है तथा इसे टेक्सटाइल्स मापदंडों के साथ-साथ कृत्रिम रक्त से सुरक्षा के लिए विशेष परीक्षण करके किया गया है। यह जैविक सूट केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बॉडी सूट के लिए निर्धारित किए गए मापदंडों से सभी नियमों को पूरा करता है। ध्यान रहे कि डीआरडीओ का अभी प्रयास है कि इन जैविक सूटों का उत्पादन ज्यादा से ज्यादा संख्या में जल्दी की जाए ताकि कोरोना वायरस से मुकाबला कर रहे मेडिकल, पारामेडिकल तथा दूसरे सुरक्षा कर्मियों के काम आ सके। गौरतलब है कि अब तक पूरे देश में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या करीब 3 हजार पहुंच चुकी है।