उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 टलने की संभावना नहीं है। भारतीय चुनाव आयोग ने एक बार फिर यह संकेत दिए हैं कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव समय पर होंगे। चुनाव आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी पार्टियों ने चुनाव होने पर जोर दिया है। दरअसल, चुनाव आयोग कोरोना की परिस्थितियों में चुनाव कराने के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा के लिए 3 दिन से उत्तर प्रदेश के दौरे पर है।
पांच राज्यों में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आज 30 दिसंबर को चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को खत्म हो रहा है, हमने सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है, सभी जिलों के जिलाधिकारियों और एसपी से मुलाकात की गई है, इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारियों संग चर्चा भी की गई है। सुशील चंद्रा ने कहा कि ने कहा कि सभी विभागों के अधिकारियों से मुलाकात कर ली गई है और अपराधों को नियंत्रित करने को लेकर चर्चा हुई है।
सभी राजनीतिक दल ने चुनाव के पक्ष में- सुशील चंद्रा
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सुशील चंद्रा ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने अनुरोध किया कि कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए चुनाव कराए जाएं, हालांकि उन्होंने रैलियों के आयोजन को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अंतिम मतदाता सूची 5 जनवरी 2022 को जारी की जाएगी। सुशील चंद्रा ने कहा कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग अगर ना आना चाहें तो चुनाव आयोग उन्हें घर पर वोट डालने की सुविधा देगी, इसके अलावा ये सुविधा विकलांग और कोविड प्रभावित लोगों के लिए भी होगी, इसके लिए बकायदा एक टीम मतदाताओं के घर जाएगी और उन्हें वीडियोग्राफी का टाइम बताया जाएगा।
पोलिंग टाइम 1 घंटा बढ़ाया जाएगा- सुशील चंद्रा
सुशील चंद्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ मतदाता हैं, चुनाव में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा, इस दौरान सभी उचित उपाय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कई राजनीतिक पार्टियों ने रैलियों की संख्या को कम करने की बात कही है, इस बार कोरोना को देखते हुए पोलिंग टाइम को 1 घंटा बढ़ाया जाएगा, सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट लगाए जाएंगे, चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए लगभग 1 लाख मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी, इसके अलावा सभी मतदान अधिकारी फुली वैक्सीनेटेड होंगे।
वोटिंग टाइम सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक होगी
सुशील चंद्रा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में 61 फीसदी मतदान हुआ था, 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी में 59 फीसदी मतदान हुआ था, यह चिंता का विषय है कि जिस राज्य में लोगों में राजनीतिक जागरूकता अधिक है, वहां मतदान प्रतिशत कम क्यों है? उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान वोटिंग टाइम सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक होगी, 1250 मतदाता पर 1 बूथ तैयार होगा, फाइनल मतदाता सूची आने के बाद उसमें नाम जोड़े जा सकेंगे।
18-19 वर्ष के आयु वर्ग के वोटर्स की संख्या बढ़ी
सुशील चंद्रा ने कहा कि मतदान वाले राज्यों में कोविड-19 वैक्सीनेशन में तेजी लाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि 18 से 19 वर्ष के आयु वर्ग में नए मतदाताओं की संख्या पिछले चुनाव की तुलना में 3 गुना अधिक है, साथ ही महिलाओं का अनुपात 839 से बढ़कर 868 हो गया है। सुशील चंद्रा ने कहा कि कोरोना संकट का ध्यान रखते हुए इस बार यूपी में पोलिंग बूथ की संख्या को 11 हजार तक बढ़ा दिया गया है, राज्य में 1,74,391 पोलिंग बूथ होंगे, इसके अलावा 4030 मॉडल पोलिंग बूथ भी होने वाले हैं, हर विधानसभा में 10 मॉडल बूथ होंगे, सभी बूथों पर ईवीपी में वीवीपैट लगाई जाएगी। कोरोना के दौरान बड़ी राजनीतिक रैलियों को लेकर सुशील चंद्रा ने कहा कि हमने लखनऊ में स्वास्थ्य सचिव से इस मुद्दे पर चर्चा की है, जब चुनाव की घोषणा होगी, तब की स्थिति को देखते हुए हम इस मुद्दे पर विशेष रूप से निर्देश जारी करेंगे।
ओमिक्रोन को लेकर चुनाव टालने की हुई थी चर्चा
दरअसल, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को देखते हुए पिछले हफ्ते इलाहाबाद हाई कोर्ट ने चुनाव आयोग से अपील की कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को टाल दिया जाए, साथ ही राज्य में होने वाली रैलियों पर तुरंत रोक लगा दी जाए। वहीं, चुनाव आयोग ने कहा था कि हालात का जायजा लेने के बाद इस दिशा में ठोस निर्णय लिया जाएगा, हालांकि इसके बाद से ही चुनाव के टलने की चर्चा शुरू होने लगी थी।