
तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर 2021 को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज निधन हो गया। दरअसल, कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अधिकारियों तथा सहयोगियों की मौत हो गई थी।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह हार गए जिंदगी की जंग
तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में एकमात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी आज 15 दिसंबर को निधन हो गया है। हेलिकॉप्टर हादसे में बुरी तरह जख्मी हुए कैप्टन वरुण सिंह एक हफ्ते से वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे, लेकिन आज उन्होंने भी दम तोड़ दिया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बाद हेलीकॉप्टर हादसे में सवार सभी 14 यात्रियों की मौत हो गई। ध्यान रहे कि 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना का Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था, इसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की उसी दिन मौत हो गई थी। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने भी हफ्तेभर बाद दम तोड़ दिया।
अभिनंदन वर्धमान के बैचमैट थे वरुण सिंह
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमैट थे। अभिनंदन वर्धमान ने ही 27 फरवरी 2019 को भारत की सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले हैं। डीएसएससी में पदस्थ होने के चलते वरुण सिंह का पूरा परिवार तमिलनाडु में रहता है। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह कांग्रेस नेता और प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह के भतीजे हैं।
शौर्य चक्र से सम्मानित हुए थे वरुण सिंह
साल 2020 में एक हवाई इमरजेंसी के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए वरुण सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है, इस साल के स्वतंत्रता दिवस पर वरुण सिंह को इस सम्मान से नवाजा गया था। वरुण सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ था, उनकी उम्र 42 साल थी, उनके पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना में कर्नल पद से रिटायर्ड हुए थे। वरुण सिंह पत्नी गीतांजली, बेटे रिद रमन और बेटी आराध्या के साथ ही रहते थे।