
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सालाना समिट में दिल्ली के हैदराबाद हाउस में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते कुछ दशकों में दुनिया में बड़े मूलभूत बदलाव हुए हैं, दुनिया ने बहुत से भूराजनीतिक परिवर्तन देखे हैं, लेकिन भारत और रूस की दोस्ती जस की तस रही है।
दुनिया बदल गई, पर हमारी दोस्ती नहीं- मोदी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सालाना समिट में दिल्ली के हैदराबाद हाउस में आज 6 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात के दौरान कहा कि बीते कुछ दशकों में दुनिया में बड़े मूलभूत बदलाव हुए हैं, दुनिया ने बहुत से परिवर्तन देखे हैं, पर हमारी यानि भारत और रूस की दोस्ती नहीं बदली है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच का रिश्ता यूनिक है और भरोसे की नींव पर खड़ा है, कोरोना की वजह से दुनिया में बड़े चैलेंज आए हैं, लेकिन भारत और रूस के रिश्तों की ग्रोथ जस की तस है, हमारी रणनीतिक मोर्चे पर खास दोस्ती लगातार बढ़ती रही है।
पुतिन ने भी भारत को भरोसेमंद दोस्त करार दिया
इस दौरान व्लादिमीर पुतिन ने भी भारत को भरोसेमंद दोस्त करार दिया। पुतिन ने कहा कि हम भारत को एक महान ताकत, मित्र देश और भरोसेमंद साथी के तौर पर देखते हैं, दोनों ही देशों के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं और मैं भविष्य की ओर देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि फिलहाल दोनों देशों के बीच करीब 38 अरब डॉलर का कारोबार है, इसके अलावा हम सैन्य और तकनीक के क्षेत्र में भी बड़ी साझेदारी रखते हैं। यही नहीं इस मीटिंग में पुतिन ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में भी भारत का साथ लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम स्वाभाविक रूप से हर चीज को लेकर चिंतित हैं, इनमें से ही एक आतंकवाद भी है।
अफगानिस्तान के मुद्दे पर भी पुतिन ने की बात
पुतिन ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जंग का एक हिस्सा ड्रग तस्करी और संगठित अपराध से लड़ना भी है, इसी के तहत हम अफगानिस्तान में चल रहे घटनाक्रम को लेकर भी चिंतित हैं। प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन की मुलाकात से पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों की भी आज ही मुलाकात हुई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूसी डिफेंस मिनिस्टर सर्गेई शोइगु से मुलाकात के दौरान 5000 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं, इस प्रोजेक्ट के तहत 5 लाख से ज्यादा एके-203 राइफलों की मैन्युफैक्चरिंग यूपी के अमेठी में की जानी है। इस दौरान दोनों देशों के बीच अगले 10 साल तक के लिए रक्षा करार भी हुआ है।