राजस्थान में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बागी रुख के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, हालांकि कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि अशोक गहलोत के पास पूर्ण बहुमत है। कांग्रेस ने दावा किया कि विधायक दल की बैठक में 109 विधायक मौजूद थे।
अशोक गहलोत की कुर्सी पर संकट के बादल !
राजस्थान में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बागी रुख के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, हालांकि कांग्रेस पार्टी ने दावा किया है कि अशोक गहलोत के पास पूर्ण बहुमत है। कांग्रेस ने दावा किया कि आज जयपुर में हुई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर विधायक दल की बैठक में 109 विधायक मौजूद थे, सरकार के पास पूर्ण बहुमत है और राजस्थान सरकार को कोई खतरा नहीं है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 20 विधायक शामिल नहीं हुए- एएनआई
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 20 विधायक शामिल नहीं हुए थे। विधायक दल की बैठक के बाद सचिन पायलट के खेमे ने विधानसभा फ्लोर पर बहुमत साबित करने की मांग की, जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने भी विधानसभा फ्लोर पर बहुमत साबित करने की मांग की है।
गहलोत सरकार के पास संख्या-बल नहीं है- पायलट गुट
सचिन पायलट के करीबी सूत्रों ने कहा है की अशोक गहलोत सरकार के पास संख्या-बल नहीं है, जिसका वो दावा कर रहे हैं, मुख्यमंत्री का गार्डन बहुमत साबित करने की जगह नहीं है, वो विधानसभा में होता है, अगर उन्होंने जो दावा किया है, उतने विधायक उनके पास हैं तो गिनती क्यों नहीं कराते हैं, उन्हें राजभवन में राज्यपाल के पास ले जाने के बजाय होटल क्यों ले जा रहे हैं।
कांग्रेस विधायकों को होटल में शिफ्ट किया गया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस विधायकों को होटल में शिफ्ट कर दिया गया है, सभी विधायकों को मुख्यमंत्री आवास से से सीधे होटल तक बस से ले जाया गया, बस में अशोक गहलोत भी देखे गए। जयपुर में तेज होती राजनीतिक गतिविधि के बीच भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करके कहा कि अशोक गहलोत को फौरन बहुमत साबित करने के लिए फ्लोर टेस्ट देना चाहिए।