पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम एक बार फिर से जगा है। नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बारे में कहा है कि वो मेरे बड़े भाई हैं, उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया है।
सिद्धू अभी करतारपुर साहिब के दौरे पर हैं
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का आज 20 नवंबर को एक बार फिर से पाकिस्तान प्रेम झलका है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मेरा बड़ा भाई है, उसने मुझे बहुत प्यार दिया है। इमरान खान से दोस्ती को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने ये बात उस वक्त कही है जब वो करतारपुर साहिब के दौरे पर हैं। नवजोत सिंह सिद्धू आज पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने के लिए गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक स्थित करतारपुर कॉरिडोर के चेक पोस्ट पर पहुंचे, इस दौरान सिद्धू के साथ उनके कुछ करीबी नेता भी साथ नजर आए। ध्यान रहे कि इमरान खान ने भी नवजोत सिंह सिद्धू की करतारपुर कॉरिडोर को लेकर हाल ही में तारीफ की थी।
सिद्धू के साथ सैनी भी करतारपुर के दौरे पर हैं
नवजोत सिंह सिद्धू के साथ पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओपी सैनी, कैबिनेट मंत्री राजा वडिंग, परगट सिंह, अरुणा चौधरी, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी, पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष संगत सिंह गिलजीयां, कुलजीत सिंह जीरा समेत कई अन्य विधायक भी करतारपुर के दौरे पर हैं।
कांग्रेस ने केंद्र को 50 लोगों की सूची भेजी थी
ध्यान रहे कि कांग्रेस पार्टी की ओर से केंद्र सरकार को 50 लोगों की सूची भेजी गई थी, इन नामों को 3 हिस्सों में बांटकर करतारपुर साहिब जाने की इजाजत दी गई थी। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ 2 कैबिनेट मंत्री मनप्रीत बादल और विजयइंद्र सिंगला के अलावा कुछ विधायक पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा मत्था टेकने गए थे।
इमरान खान ने की थी सिद्धू की तारीफ
गौरतलब है कि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू की दोनों देशों के बीच सिख तीर्थ स्थल करतारपुर साहिब का कॉरिडोर खोलने में उनकी भूमिका की तारीफ की थी। इमरान खान और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच संबंध साल 2018 में तब सुर्खियों में आए थे जब सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। नवजोत सिंह सिद्धू और इमरान खान एक दूसरे से दोस्ती की बात हमेशा स्वीकार करते आए हैं।