वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन काफी बढ़ गया है। पेटीएम की डिजिटल ट्रांजेक्शन में लॉक डाउन के दौरान सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है।
पेटीएम की डिजिटल ट्रांसजेक्शन में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन काफी बढ़ गया है। लॉक डाउन के दौरान भारत की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम की डिजिटल ट्रांजेक्शन में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। लॉक डाउन के दौरान किराने के सामान के दूकान, मिल्क बूथ, मोबाइल रिचार्ज जैसे श्रेणियों में कंपनी को 50 प्रतिशत से भी ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
देश के छोटे शहरों में भी डिजिटल ट्रांसजेक्शन में बढ़ोतरी
देश में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, बिहार, ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ के छोटे शहरों में जहां पर पहले डिजिटल ट्रांसजेक्शन लॉक डाउन के दौरान न के बराबर था, अब वहां भी डिजिटल ट्रांसजेक्शन में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिली है। उत्तर प्रदेश, बिहार तथा महाराष्ट्र की छोटी-छोटी जगहों से रिचार्ज, ऑनलाइन पेमेंट में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। रिचार्ज, किराने की दुकान तथा दूध की दुकानों पर सबसे ज्यादा डिजिटल ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी हुई है।
भारत में रोजाना हो रहा है करीब 17 हजार कोरोना टेस्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में अभी रोजाना करीब 17 हजार कोरोना टेस्ट हो रहा है, जिसमें करीब 4 प्रतिशत कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे हैं। ध्यान रहे अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या करीब 9600 पहुंच चुकी है, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1154 हो गई है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 335 हो चुकी है।