
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2100 करोड़ रुपए की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन परियोजनाओं से वाराणसी की तस्वीर बदल जाएगी।
PM मोदी ने किया 5 परियोजनाओं का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 23 दिसंबर को वाराणसी पहुंचे जहां उन्होंने 2100 करोड़ की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही करखियांव में 870 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुए 22 प्रोजेक्टों का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत महादेव को याद करके की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का दिन वाराणसी के किसानों और पशुपालकों के लिए बड़ा दिन है।
PM मोदी ने किया चौधरी चरण सिंह को याद
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भी याद किया तथा कहा कि हमारे यहां गाय और गोबर धन की बात करने को कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है, गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, लेकिन हमारे लिए गाय माता है। उन्हंने कहा कि गाय का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ लोगों की आजीविका इसी पशुधन से चलती है, भारत हर साल साढ़े 8 लाख करोड़ रुपए के दूध का उत्पादन करता है।
योजनाओं से वाराणसी की तस्वीर बदल जाएगी- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज यूपी के लाखों लोगों को उनके घरों के दस्तावेज भी सौंपे गए हैं, 1500 करोड़ रुपए से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, इन योजनाओं से वाराणसी की तस्वीर बदल जाएगी। उन्होंने कहा कि एक जमाना था कि हमारे आंगन में मवेशियों की मौजूदगी सम्पन्नता की पहचान थी, हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि गाय मेरे चारों और रहे और मैं गायों के बीच निवास करूं।
हमने कामधेनू आयोग का गठन किया- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने डेयरी सेक्टर के लिए कामधेनू आयोग का गठन किया और पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा है, पशुओं के चारे और घर पर इलाज के लिए भी सरकार ने देशव्यापी अभियान चलाया है, पशुओं में खुरपका और मुंहपका से निजात के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, ये सभी टीके सरकार ने मुफ्त लगवाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार डेयरी सेक्टर को मजबूत करने के लिए काम कर रही है, भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है, इसी कड़ी में आज यहां बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है, आज भारत हर साल लगभग साढ़े 8 लाख करोड़ रुपये का दूध उत्पादन करता है, ये राशि जितना भारत में गेहूं और चावल का उत्पादन होता है उसकी कीमत से भी कहीं ज्यादा है।