प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के वडोदरा में टाटा-एयरबस के C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट प्लांट की आधारशिला रखी। दरअसल, भारत में पहली बार कोई प्राइवेट कंपनी एयरक्राफ्ट बनाने जा रही है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि टाटा-एयरबस का जॉइंट वेंचर वडोदरा प्लांट में सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्रॉफ्ट का निर्माण करेगा। रक्षा सचिव अरमानी गिरिधर के मुताबिक, टाटा-एयरबस भारतीय थल सेना के लिए 40 सी-295 एयरक्रॉफ्ट के अलावा, वायु सेना की जरूरत और ट्रांसपोर्टेशन के आधार पर अतिरिक्त एयरक्रॉफ्ट का भी निर्माण करेगी।
PM मोदी ने रोड शो में भी लिया हिस्सा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिवसीय गुजरात दौरे पर आज 30 अक्टूबर 2022 के दोपहर को वडोदरा पहुंचे, जहां उन्होंने एक रोड शो में हिस्सा लिया। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ लोगों की भारी भीड़ नजर आई। जनता ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया, उन्होंने भी हाथ हिलाकर और प्रणाम कर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी टाटा-एयरबस के C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की फाउंडेशन लेयिंग सेरेमनी में शामिल हुए। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, टाटा संस के चेयरपर्सन एन चंद्रशेखरन और शहरी कार्यकारी उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
हर हफ्ते होगा 1 विमान का निर्माण
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज देश में पहली बार निजी क्षेत्र द्वारा किसी विमान निर्माण सुविधा की आधारशिला रखी जा रही है, यह निश्चित रूप से रक्षा क्षेत्र के साथ-साथ पूरे देश के लिए गर्व की बात है। एयरबस के चीफ कमर्शियल ऑफिसर क्रिश्चियन शेरर ने कहा कि हम विनम्रता और जिम्मेदारी की एक महान भावना के साथ एयरबस में भारत सरकार के विश्वास और विश्वास को स्वीकार करते हैं, टाटा और एयरबस मिलकर एक ऐसा विमान निर्मित करेंगे जो आईएएफ (IAF) को मजबूत करेगा और प्रधानमंत्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण की सेवा करेगा, C-295 विमान पीएम मोदी की दूरदर्शी मेक इन इंडिया नीति का प्रत्यक्ष उत्पाद है, एक ऐसी नीति जिसने मेरी कंपनी, एयरबस को भारत में हमारे व्यापार करने के तरीके की फिर से कल्पना करने के लिए प्रोत्साहित किया है, हम अगले 10 वर्षों के लिए हर हफ्ते औसतन 1 से अधिक विमान भारत में निर्मित करेंगे।
निर्माण में 96% हिस्सेदारी भारत की होगी
ध्यान रहे कि सितंबर 2021 में भारतीय वायुसेना ने यूरोप की एयरबस के साथ करार किया था, इस करार के तहत भारत में टाटा के साथ मिलकर एयरबस को 40 एयरक्राफ्ट का निर्माण करना है। एयरक्राफ्ट निर्माण में 96 फीसदी हिस्सेदारी भारत की होगी, इन विमानों की आपूर्ति 2026 से शुरू होकर 2031 के तक पूरी होगी। पहले 16 C-295 एयरक्राफ्ट 2023 से 2025 के बीच डिलीवर किए जाएंगे। भारतीय वायु सेना के वाइस चीफ एयर मार्शल संदीप सिंह के मुताबिक यह डील पूरी होने के बाद आईएएफ C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की सबसे बड़ी ऑपरेटर बन जाएगी। रक्षा सचिव अरमानी गिरिधर ने बताया कि इन एयरक्रॉफ्ट्स के निर्माण में उपयोग होने वाले ज्यादातर कल पूर्जों का निर्माण भारत में ही करने का प्रयास होगा।