भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला केरल में सामने आया है। देश में मंकीपॉक्स का पहला केस सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंकीपॉक्स के मद्देनजर गाइडलाइंस जारी किया है। साथ ही केंद्र सरकार ने केरल में एक केंद्रीय टीम भेजी है, जिसमें विशेषज्ञों और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
मंकीपॉक्स के मद्देनजर गाइडलाइंस जारी
देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला केरल में सामने आया है जिसके बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है। इस बीच केंद्र स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंकीपॉक्स के मद्देनजर गाइडलाइंस जारी किया गया है, जिसके मुताबिक अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना चाहिए, मृत या जीवित जंगली जानवरों और अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
केरल में मिला मंकीपॉक्स का पहला केस
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति से निपटने में अधिकारियों का सहयोग करने के लिए 14 जुलाई 2022 को केरल में एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक टीम भेजी है। इससे पहले केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा था कि विदेश से राज्य में लौटे एक 35 वर्षीय एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जांच में व्यक्ति में मंकीपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हुई।
केंद्रीय टीम को भेजा गया केरल
केरल भेजी गई केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली के विशेषज्ञों और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण कार्यालय, केरल के विशेषज्ञ हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक पत्र में कहा गया है कि केरल के कोल्लम जिले में मंकीपॉक्स के एक मामले की पुष्टि के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमारी की जांच में केरल सरकार का सहयोग करने और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के लिए एक बहु-विषयक केंद्रीय टीम को भेजने का निर्णय लिया है।
मंकीपॉक्स ज्यादा खतरनाक नहीं- सीडीसी
सीडीसी (Centers for Disease Control and Prevention) के मुताबिक, मंकीपॉक्स के लक्षण चिकनपॉक्स की तरह ही होते हैं, ये ज्यादा खतरनाक नहीं है। सीडीसी के मुताबिक, मंकीपॉक्स से बचने के लिए काफी सावधानी आपको बरतने की जरुरत है।
मंकीपॉक्स के लक्षण
-सिरदर्द होना।
-बुखार आना।
-लिंफ नोड्स में सूजन होना।
-शरीर में दर्द और कमर दर्द होना।
-ठंड लगना।
-थकान महसूस होना।
-चेहरे और मुंह के अंदर छाले होना।
-हाथ-पैर में रैशेज होना
मंकीपॉक्स से बचने के उपाय
-मंकीपॉक्स का लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है।
-मंकीपॉक्स के लक्षण जैसे- स्कीन में रैशेज हो तो, दूसरे के संपर्क में आने से बचना चाहिए।
-जिस व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिख रहे हैं, उनकी चादर, तौलिया या कपड़ों जैसी पर्सनल चीजों का इंस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
-बार-बार अपने हाथों को साबुन या फिर सैनिटाइजर से साफ करते रहें।
-मंकीपॉक्स के लक्षण दिखते ही घर के एक कमरे में अकेले रहें।
-अपने पालतू जानवरों से भी दूरी बनाकर रखने की जरूरत है।